BY- THE FIRE TEAM
देहरादून के एक बोर्डिंग स्कूल में कक्षा 7 के एक छात्र को उसके सीनियर्स ने कथित तौर पर पीट-पीटकर मार डाला। स्कूल अधिकारियों ने अपराध की रिपोर्ट करने के बजाय, लड़के के शरीर को अपने परिसर में दफन कर दिया।
हापुड़ में 200 किलोमीटर दूर रहने वाले 12 साल के बच्चे के माता-पिता को लगभग एक दिन तक इस बात का पता तक नहीं लगा।
देहरादून की वरिष्ठ पुलिस अधिकारी निवेदिता कुकरेती ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि चौंकाने वाली घटना 10 मार्च को हुई थी लेकिन मामला उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग के हस्तक्षेप के बाद सामने आया।
स्कूल के बाहर रहने के दौरान (outing) लड़के ने कुछ बिस्कुट चुराए थे, जिसके बाद स्कूल प्रशासन ने छात्रों को दंडित किया और उन्हें परिसर से बाहर जाने से रोक दिया।
जिस लड़के का मर्डर हुआ उसे उसके सीनियर्स द्वारा घंटों तक प्रताड़ित किया गया और उसे कथित रूप से क्रिकेट बैट और विकेट से भी पीटा गया। पुलिस ने कहा कि उन्होंने पनिशमेंट के लिए उस छात्र को दोषी ठहराया।
लड़के को लहूलुहान अवस्था में अस्पताल ले जाया गया। लेकिन अस्पताल पहुँचने पर डॉक्टर्स ने उस लड़के को मृत घोषित कर गया।
पुलिस अफसर ने कहा, “स्कूल ने मामले की सूचना तुरंत पुलिस को देने के बजाय मामले को ढंकने के लिए शव को कैंपस के अंदर दफना दिया।”
स्कूल प्रबंधक, वार्डन, शारीरिक प्रशिक्षण शिक्षक और दो छात्रों सहित पांच लोगों को गिरफ्तार कर हत्या का आरोप लगाया गया है।