दिल्ली: मिली जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित बौद्ध महासभा में आम आदमी पार्टी के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने लोगों को ऐसी शपथ दिलाई है, जिसको सुनकर विवाद खड़ा हो गया है.
दरअसल इन्होंने हजारों लोगों की मौजूदगी में शपथ दिलाया है कि वह राम, कृष्ण और ब्रह्मा को ना तो ईश्वर मानेंगे और ना ही उनकी पूजा करेंगे.
'राम-कृष्ण को नहीं मानूंगा'
◆ दिल्ली में बौद्ध महासभा में कैबिनेट मंत्री Rajendra Pal Gautam ने दिलाई शपथ.
BJP ने मंत्री को बर्खास्त करने की माँग की pic.twitter.com/qSRe13LLPR
— News24 (@news24tvchannel) October 7, 2022
इस बयान पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने इस मंत्री के कृत्य से नाराजगी दिखाई है, वहीं भारतीय जनता पार्टी ने मांग किया है कि
ऐसे मंत्री को तत्काल आम आदमी पार्टी द्वारा बर्खास्त किया जाना चाहिए. इस बयान को सुनकर कहाँ हैं हनुमान भक्त मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल.?
आपको बता दें कि राजेंद्र पाल गौतम दिल्ली सरकार में विगत 7 वर्षों से मंत्री हैं. अब उनका यह बयान आम आदमी पार्टी के लिए कितना भारी पड़ेगा यह तो आने वाला वक्त बताएगा.?
हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है कि राजेंद्र पाल इस तरह के बयान दिए हैं. इसके पूर्व भी इन्होंने विवादित बयान जारी करके केजरीवाल सरकार की किरकिरी करा चुके हैं.
नवंबर 2019 में इन्होंने भगवान राम और कृष्ण के वजूद पर ही सवाल उठा दिया था. इन्होंने ट्विटर के माध्यम से कहा था कि अगर यह बात प्रमाणित है कि
राम और कृष्ण हमारे पूर्वज हैं तो इतिहास में इनको पढ़ाया क्यों नहीं जाता है.? पूर्वजों का कोई इतिहास होता है जबकि इनका कोई प्रमाणिक इतिहास नहीं है.
यह पौराणिक कथाएं हैं ऐतिहासिक नहीं. जबकि समाजसेवी और प्रखर विद्वान पेरियार का दृष्टिकोण प्रमाणिकता और तार्किकता के आधार पर था.
यह बात भिन्न है कि जब इस पर विवाद बढ़ा तो गौतम ने यह भी दावा कर दिया कि किसी ने उनका अकाउंट हैक करके यह ट्वीट किया था.