भाजपा सरकार द्वारा प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना को समाप्त करने का निर्णय गरीबों और शिक्षा पर है कुठाराघात: कांग्रेसी नेता सुरजेवाला

केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा कक्षा 1 से लेकर आठवीं तक के लाखों की संख्या में एससी, एसटी, ओबीसी तथा अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों की

प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना खत्म करने के निर्णय पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि

“इस समुदाय से आने वाले बच्चों की छात्रवृत्ति योजना को खत्म करना गरीबों और शिक्षा पर भाजपाइयों का कुठाराघात है. देश इसे कभी मंजूर नहीं करेगा.”

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए सुरजेवाला ने भाजपा के इस कदम को षड्यंत्र भी बताया है और कहा कि मोदी सरकार और भाजपाई इस तरह के कार्य पिछले 8 वर्षों से करते आ रहे हैं.

इन्होंने गरीबों के कल्याण के लिए चलाई जा रही अनेक योजनाओं को रद्द कर दिया है. अब गरीबों के बच्चों को शिक्षा से वंचित करने के लिए भाजपाई जुटे हुए हैं.

इन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि अगर इस फैसले को वापस नहीं लिया गया तो हम सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे.

क्या होती है प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति?

कक्षा एक से दसवीं तक के बच्चों को दी जाने वाली स्कॉलरशिप को प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति कहा जाता है. इसके द्वारा गरीब तथा अल्पसंख्यक बच्चों को सहायता

उपलब्ध कराकर उन्हें शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. किंतु इतना जरूर है कि कक्षा नौवीं से दसवीं तक के बच्चों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति पूर्व के क्रम में जारी रहेगी.

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