खड़गे लोकसभा चुनाव 2019 में जीत दर्ज करने के बाद भाजपा ने जिस तरह की तानाशाही रवैया अपनाते हुए अलग-अलग प्रस्ताव को
लाकर अधिनियम बनाया है, इसकी कड़ी आलोचना कांग्रेस ने संसद से लेकर सड़क पर उतरकर किया है. इसी क्रम में सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने
भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए लोगों से अपील किया है कि अब की वर्ष 2024 का लोकसभा चुनाव लोकतंत्र को बचाने का आखिरी मौका है.
दरअसल खड़गे को आशंका है कि यदि इस बार भाजपा ने जीत दर्ज कर लिया तो केंद्र सरकार तानाशाही की तरफ बढ़ सकती है.
सभा को संबोधन के दौरान खड़गे ने लोगों से अपील किया है कि वह भाजपा और आरएसएस से दूरी बनाएं क्योंकि इस बार भाजपा जीत गई
तो देश में कभी कोई चुनाव भी नहीं होगा जिस तरीके से रूस के राष्ट्रपति बाद में पुतिन ने अपने देश में चुनाव को समाप्त कर दिया वैसे ही भाजपा भी शासन करना प्रारंभ कर देगी.
आज राजनीतिक गलियारों में विपक्ष के नेताओं को जिस तरीके से डराया जा रहा है, वह बहुत ही डरावना है. सरकारी संस्थाओं जैसे ईडी, सीबीआई, पुलिस का प्रयोग
राजनीतिक विद्वेष को बनाए रखने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. निश्चित तौर पर इस तरह की नीति बदले की राजनीति को पैदा करेगी.
फिलहाल खड़गे के इस बयान को राजनीतिक विश्लेषकों ने अपने-अपने ढंग से देखकर कहा है कि राजनीति में स्पष्ट तौर पर कुछ भी कह पाना संभव नहीं है.