मिली जानकारी के मुताबिक प्रकाश पर्व ‘दीपावली’ के ठीक 2 दिनों पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता तथा मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार दिल्ली के प्रसिद्ध हजरत
निजामुद्दीन दरगाह पहुंच कर चादर चढ़ाई तथा मिट्टी के दीए जलाने के साथ दस्तारबंदी भी किया. ऐसा बताया जा रहा है कि चिश्ती सिलसिले
से जुड़े सूफी संत निजामुद्दीन की दरगाह पर मिट्टी के दीए जलाने से शांति, समृद्धि तथा सांप्रदायिक सद्भाव का संदेश जाता है.
''सभी अपने धर्म और जाति का पालन करें, दूसरे के धर्म का अपमान न करें''
◆ हजरत निजामुद्दीन दरगाह पहुंचे RSS नेता इंद्रेश कुमार
◆ "हर त्योहार हमें सिखाता है कि हमें दंगे या युद्ध नहीं चाहिए"@RssIndreshKumar pic.twitter.com/eq1qNRaAAU
— News24 (@news24tvchannel) October 23, 2022
दरगाह के जिम्मेदार लोगों से बातचीत करने के दौरान उन्होंने कहा कि कोई भी धर्म हिंसा नहीं सिखाता है. सभी लोगों को यह अधिकार है कि वह अपने धर्म और जाति का पालन करें तथा दूसरे के धर्म की आलोचना अथवा अपमान ना करें.
आपको बता दें कि इंद्रेश कुमार ‘मुस्लिम राष्ट्रीय मंच’ के संयोजक भी हैं. यह संगठन आरएसएस की विचारधारा से जुड़ा हुआ है जिसका गठन वर्ष 2002 में हुआ था.
इस मंच के राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अफजल हैं जबकि मार्गदर्शक की भूमिका में इंद्रेश कुमार रहते हैं. अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए इंद्रेश कुमार ने यह भी बताया कि
“दीपावली का त्यौहार भारत सहित दुनिया के अनेक देशों में मनाया जाता है. भारत तीर्थ, त्योहार एवं अनेक तरह के मेलों की भूमि है जिसमें सभी त्यौहार गरीबों को रोटी देते हैं.
तथा आपस में भाईचारे को बढ़ाते हैं. प्रत्येक त्यौहार हमें यह सिखाता है कि कट्टरता, द्वेष, नफरत, दंगे आदि नहीं करने चाहिए.”