गोरखपुर: तहसील लेखपाल संघ अध्यक्ष दिनेश कुमार पंकज तथा तहसील लेखपाल संघ मंत्री मोहम्मद जावेद के नेतृत्व में मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ को
संबोधित पारिवारिक परिस्थितियों के अनुसार एवं पारिवारिक राजस्व लेखपाल अंतर मंडली स्थानांतरण प्रक्रिया 2018 के अनुसार शुरू करने के लिए
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/ एसडीएम सदर नेहा बंधु को ज्ञापन सौंपकर मांग किया है कि जिस तरह बेसिक शिक्षा के जनपद स्तरीय काडर से प्रदेश में
किसी भी जनपद में स्थानांतरण की नीति जारी करते हुए अंतर्जनपदीय स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू की गई है उसी तर्ज पर लेखपालों का भी अंतर मंडलीय स्तांतरण किया जाना न्यायोचित होगा.
अपने बुजुर्ग माता-पिता की सेवा दूरदराज जनपदों में रहकर लेखपाल नहीं कर पाते हैं तथा पारिवारिक समस्याओं का निदान भी समय से कर पाने में असमर्थ होते हैं.
इसके अलावे सैकड़ों किलोमीटर दूर नौकरी के कारण कई महिला लेखपालों की शादी नहीं हो पा रही है. पुरुष लेखपालों को भी नौकरी पेशा लड़की से
शादी के कारण अपने बुजुर्ग माता-पिता का सैकड़ों किलोमीटर दूर नौकरी करने के कारण सेवा करने का अवसर नहीं मिल रहा है.
बता दें कि CM योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 23 अगस्त, 2018 को अंतर मंडली स्थानांतरण शासनादेश किया गया था जिसमें लगभग 650 लेखपाल लाभान्वित हुए थे.
किन्तु 2019 के बाद आज तक राजस्व परिषद द्वारा कोई अंतर मंडलीय स्थानांतरण नहीं किया. शादी, बीमारी आदि पारिवारिक परिस्थितियों के कारण लगभग
1500 से 2000 लेखपाल अंतर मंडलीय स्थानांतरण की आशा लगाए हुए थे. किंतु शासन परिषद में नियमित निवेदन के बाद भी अंतर मंडलीय स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू ना होने के कारण निराश हो गए हैं.
लेखपाल संघ अध्यक्ष व मंत्री ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपते हुए मांग किया कि राजस्व परिषद सैकड़ों किलो मीटर दूर नौकरी कर रहे
वेतन भोगी लेखपालों की पारिवारिक समस्याओं पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए अंतर मंडलीय स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू करे.
लेखपाल राजस्व विभाग का ऐसा कर्मचारी है जिससे न केवल भूलेख सम्बंधी कार्य लिए जाते हैं अपितु आम जनता से जुड़े विभिन्न कार्य लिए जाते हैं जो अन्य विभागों से संबंधित होते हैं.
सरकार द्वारा जनकल्याण हेतु बनाई जाने वाली राजस्व विभाग के साथ-साथ समाज कल्याण विभाग, पंचायत विभाग, कृषि विभाग आदि
अन्य विभागों की योजनाओं का क्रियान्वयन भी लेखपालों से ही कराया जाता है. किन्तु सेवा सम्बंधी, वेतन, भत्ते, पदोन्नति, स्थानांतरण आदि
समस्याओं/मांगो पर लेखपाल संवर्ग उपेक्षा का शिकार हो रहा है. वार्षिक स्थानांतरण सत्र शुरू हो चुका है. वार्षिक स्थानांतरण नीति में गम्भीर बीमारी,
सेवारत पति-पत्नी, विवाह, वृद्ध माता-पिता, सास-ससुर आदि पारिवारिक परिस्थितियों के दृष्टिगत स्थानांतरण की सुविधा समस्त संवर्गों को उपलब्ध कराई जा रही है.
इस भेदभाव के खाई को समाप्त करके एक समान तबादला नीति लागू किया जाए जिससे लेखपाल भी पारिवारिक सुख का लाभ उठा सके.
इसके साथ ही लेखपाल भर्ती में 27,500 अभियर्थियों की अभिलेख सत्यापन की प्रक्रिया शीघ्र पूरा कर 8,085 लेखपाल नियुक्त करने के निर्देश निर्गत करे जिससे राजस्व कार्यों में और तेजी आ सके.