BY-THE FIRE TEAM
कोरोना महामारी के विरुद्ध विभिन्न देशों में वैज्ञानिकों का दल दिन-रात इस खोज में डूबा हुआ है कि आखिर किस तरह से इस वायरस को मात देकर इसके संक्रमण से लोगों को बचाकर असमय होने वाली मृत्यु दर को रोका जाए.
आपको बताते चलें कि जिन डॉक्टरों की टीम कोरोना मरीजों की जाँच करते हैं उन्हें पीपीई(Personal Protection Kit) किट उपलब्ध कराई जाती है किन्तु यह पूर्णतः सुरक्षित न होने के कारण
ppe kits
अब इंडियाना यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने वायरस से सुरक्षा पाने के लिए इलेक्ट्रोक्विटिकल कपड़े के इस्तेमाल की सलाह दिया है. इस कपड़े की खासियत यह है कि इसके द्वारा इलेक्ट्रिकल फील्ड उत्पन्न किया जाता है जो वायरस को नष्ट करने में मददगार सिद्ध होता है.
दरअसल इलेक्ट्रोक्विटिकल्स इस तरह के कण होते हैं जो हमारे शरीर को किसी प्रकार से हानि नहीं पहुँचाते हैं बल्कि कई बिमारियों में राहत देने का कार्य करते हैं.
यही वजह है कि तीव्रता के साथ आज लोगों की आधुनिक जीवन शैली में जो बड़ा परिवर्तन आया है उसके कारण सबसे ज्यादा प्रभाव हमारी जीवन चर्या पर ही पड़ा है.
ऐसे में बहुत सारे उत्पाद जैसे नियमित तौर पर प्रयोग होने वाली चप्पलें, बिस्तर, तकिया, दैनिक जीवन के यंत्र आदि का निर्माण बड़ी-बड़ी कंपनियों के द्वारा किया जा रहा है जो लोगों को सुरक्षा देने का काम करती हैं.