BY- THE FIRE TEAM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को “डूबता जहाज” कहते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी के वैचारिक संरक्षक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी उनका समर्थन करना बंद कर दिया है।
मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा, “पीएम श्री मोदी सरकार की नैया डूब रही है, इसका जीता-जागता प्रमाण यह भी है कि आरएसएस ने भी इनका साथ छोड़ दिया है व इनकी घोर वादाखिलाफी के कारण भारी जनविरोध को देखते हुए संघी स्वंयसेवक झोला लेकर चुनाव में कहीं मेहनत करते नहीं नजर आ रहे हैं जिससे श्री मोदी के पसीने छूट रहे हैं।”
पीएम श्री मोदी सरकार की नैया डूब रही है, इसका जीता-जागता प्रमाण यह भी है कि आरएसएस ने भी इनका साथ छोड़ दिया है व इनकी घोर वादाखिलाफी के कारण भारी जनविरोध को देखते हुए संघी स्वंयसेवक झोला लेकर चुनाव में कहीं मेहनत करते नहीं नजर आ रहे हैं जिससे श्री मोदी के पसीने छूट रहे हैं।
— Mayawati (@Mayawati) May 14, 2019
मायावती ने यह भी कहा कि जनता को बरगलाने के लिए देश ने अबतक कई नेताओं को सेवक, मुख्य सेवक, चायवाला व चौकीदार आदि के रूप में देखा है। अब देश को संविधान की सही कल्याणकारी मंशा के हिसाब से चलाने वाला शुद्ध पीएम चाहिए। जनता ने ऐसे दोहरे चरित्रों आदि से बहुत धोखा खा लिया है अब आगे धोखा खाने वाली नहीं है।
जनता को वरगलाने के लिए देश ने अबतक कई नेताओं को सेवक, मुख्य सेवक, चायवाला व चौकीदार आदि के रूप में देखा है। अब देश को संविधान की सही कल्याणकारी मंशा के हिसाब से चलाने वाला शुद्ध पीएम चाहिए। जनता ने ऐसे दोहरे चरित्रों आदि से बहुत धोखा खा लिया है अब आगे धोखा खाने वाली नहीं है।
— Mayawati (@Mayawati) May 14, 2019
मायावती ने कहा कि, “देश अब एक शुद्ध पीएम चाहता है जो संविधान में कल्याण की भावना के अनुसार देश को चला सके।”
मायावती ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “रोडशो व जगह-जगह पूजा-पाठ एक नया चुनावी फैशन बन गया है जिसपर भारी खर्चा किया जाता है। आयोग द्वारा उस खर्चे को प्रत्याशी के खर्च में शामिल करना चाहिये और यदि किसी पार्टी द्वारा उम्मीद्वार के समर्थन में रोडशो आदि किया जाता है तो उसे भी पार्टी के खर्च में शामिल किया जाना चाहिये।”
रोडशो व जगह-जगह पूजा-पाठ एक नया चुनावी फैशन बन गया है जिसपर भारी खर्चा किया जाता है। आयोग द्वारा उस खर्चे को प्रत्याशी के खर्च में शामिल करना चाहिये और यदि किसी पार्टी द्वारा उम्मीद्वार के समर्थन में रोडशो आदि किया जाता है तो उसे भी पार्टी के खर्च में शामिल किया जाना चाहिये।
— Mayawati (@Mayawati) May 14, 2019
ये टिप्पणी मायावती द्वारा अलवर गैंगरेप के बारे में बोलते हुए मोदी पर किए गए व्यक्तिगत हमले के एक दिन बाद आई हैं। उन्होंने मोदी पर “ड्रामेबाज़ी, दलितों के प्रति अपने प्यार” का आरोप लगाया और सवाल किया कि जब वह अपनी पत्नी को राजनीतिक लाभ के लिए छोड़कर गए थे, तो वह “बहनों और पत्नियों” का सम्मान कैसे कर सकते थे।