BY- THE FIRE TEAM
मेरठ में एक पोलिंग बूथ पर ईवीएम केवल भाजपा के लिए ही वोट रिकॉर्ड कर रही थी। कोई भी बटन दबाने पर वोट भाजपा के ही खाते में जा रहा था।
मतदाताओं ने इस बात को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और अधिकारियों से ईवीएम बदलने की बात कही।
हालांकि अधिकारियों ने “खराब” मशीन को बदल दिया, उन्होंने दावा किया कि यह मशीन की कुछ तकनीकी खराबी थी।
वहीं, गैर-भाजपा दलों ने आरोप लगाया कि मशीनों के साथ छेड़छाड़ की गई है तभी सारे वोट सिर्फ भाजपा के खाते में ही जा रहे हैं।
शहर के एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट मुकेश कुमार ने कहा, “हमने मशीन को तुरंत बदल दिया, जो खराब हो गई थी।”
इस मामले से संबंधित एक वीडियो भी आया जिसमे तस्लीम अहमद नाम का व्यक्ति अपने पसंद के कैंडिडेट को वोट डालने की नाकाम कोशिश कार्टर हुए दिखा।
तस्लीम अहमद ने कहा, “मैंने बसपा उम्मीदवार को वोट दिया। मैंने बसपा उम्मीदवार के सामने वाला बटन दबाया लेकिन मशीन में वोट भाजपा के उम्मीदवार को गया। मैं यहां एक घंटे से इंतजार कर रहा हूं, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं किया गया है।”
ईवीएम एक वोट रिकॉर्ड करने के बाद, तुरंत लॉक हो जाती है, ताकि मतदाता दूसरा वोट ना डाल सके। मशीन पुनः अगले मतदाता के लिए अनलॉक की जाती है।
मामले की जानकारी मिलते ही, बसपा समर्थकों और अन्य दलों के सदस्यों ने मतदान केंद्र पर पहुँच कर विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद वहां कुछ वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे।
योगेश वर्मा, पूर्व बसपा एमएलए ने कहा, “जिस क्षेत्र में यह समस्या हुई, वहां अल्पसंख्यक समुदाय का वर्चस्व है और हमारी यहां मजबूत उपस्थिति है। हालांकि अधिकारियों ने तुरंत मशीन को बदल दिया, लेकिन यह नोट करना वास्तव में परेशान करने वाला है कि सभी वोट भाजपा को जा रहे थे।”
ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत कई जगाहों से आ रही है, अब देखना यह है कि क्या वास्तव में चुनाव साफ सुथरे हो रहे हैं या ये चुनाव सिर्फ छलावा है।
(WITH INPUTS FROM TOI)