जब से पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है तब से उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार सहमी हुई नजर आ रही है.
अभी हाल ही में सोशल मीडिया पर अमिताभ ठाकुर का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वह कह रहे हैं कि उन्हें पुलिस जबरदस्ती गाड़ी में बिठाकर नहीं ले जा सकती है.
वह पुलिस से बार-बार एफआईआर की कॉपी मांग रहे हैं किंतु उन्हें नहीं दिया जा रहा है. इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि-
भूतपूर्व पुलिस के विरुद्ध भाजपा सरकार की पुलिस का अभूतपूर्व कार्य!
भाजपाई राजनीति लोगों के बीच दरार पैदा करके ही जिंदा है. अब भाजपा सरकार के दबाव के कारण पुलिस ही पुलिस के ख़िलाफ़ काम करने पर मजबूर है. एक सेनानिवृत आईपीएस के साथ ऐसा व्यवहार अक्षम्य है. #नहीं_चाहिए_भाजपा pic.twitter.com/o7OG4XRAMy
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 27, 2021
“भूतपूर्व पुलिस के विरुद्ध भाजपा सरकार की पुलिस का अभूतपूर्व कार्य. भाजपा की राजनीति लोगों के बीच दरार पैदा करके ही जिंदा है. अब भाजपा सरकार के दबाव के कारण
पुलिस ही पुलिस के खिलाफ काम करने पर मजबूर है. एक सेवानिवृत्त आईपीएस के साथ ऐसा व्यवहार अक्षम्य है. नहीं_चाहिए_भाजपा.”
आपको यहां बताते चलें कि आईपीएस अमिताभ ठाकुर को जबरन सेवानिवृत्त कर दिया गया है. इसके अतिरिक्त उन्हें बसपा के सांसद अतुल राय पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली युवती को आत्महत्या करने के लिए उकसाने के मामले में लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है.