डीजी वंजारा विशेष तौर पर इनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में पहचान रखते हैं. गुजरात में इशरत जहां, सोहराबुद्दीन, शेख तुलसीराम प्रजापति जैसे कई इनकाउंटर में वंजारा का नाम सुर्खियों में रहा है.
ऐसी सूचना मिली है कि अब डीजी वंजारा अलग-अलग अखाड़े और धार्मिक संगठनों के साथ मिलकर धर्म सत्ता की स्थापना करना चाहते हैं.
गुजरात राज्य के द्वारिका क्षेत्र में सनातन सेवा मंडल के माध्यम से हिन्दू धर्म सभा के आयोजन में पहुंचकर वंजारा ने कहा कि-” देश में राज्यसत्ता और धर्मसत्ता दोनों को कदम से कदम मिलाकर चलने की जरूरत है.”
1947 में आजादी के पश्चात भारत में राज्यसत्ता की तो स्थापना हुई किंतु धर्मसत्ता को भुला दिया गया जिसके कारण कई तरह की चुनौतियां देखने को मिल रही हैं.
आपको बता दें कि वंजारा लगातार गुजरात के अलग-अलग साधु-संतों से मिलते आ रहे हैं तथा लंबे वक्त से वह साधु संतों को इकट्ठा करने का भी काम कर रहे हैं.
चूंकि गुजरात में 2022 के विधानसभा चुनाव भी होने हैं ऐसे में अपने इस संगठन के द्वारा वंजारा अंततः क्या करना चाहते हैं यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा किंतु इसके अटकलें अभी से राजनीतिक पंडितों के द्वारा अपने-अपने ढंग से व्याख्या की जा रही है.
फिलहाल वंजारा ने बताया है कि बेहतरी की भावना के साथ गुजरात के साधु, संतों का संगठन तैयार हो रहा है. इसी को ध्यान में रखकर आने वाली 11 सितंबर को गुजरात के नगरी जूनागढ़ में हिंदुओं के धर्म की स्थापना की जाएगी