फ्रांस ने अपने सर्वोच्च पुरस्कारों की सूची में शामिल ‘लीजियन ऑफ ऑनर’ अवार्ड से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सम्मानित किया है.
पीएम मोदी से पहले भी यह दुनिया के कई नेताओं को फ्रांस ने इस सम्मान से सम्मानित कर रखा है. जैसे- दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला, जर्मनी की पूर्व चांसलर एंजेला मर्केल, तत्कालीन राजकुमार किंग चार्ल्स इत्यादि.
बताते चलें कि पीएम मोदी अपने दो दिवसीय दौरे पर फ्रांस की राजधानी पेरिस पहुंचे थे जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया.
गार्ड ऑफ ऑनर लेने के बाद पीएम ने कई नेताओं से वार्ता किया, कुछ समझौतों पर हस्ताक्षर भी किए गए तथा इसके बाद पेरिस में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों से बी रूबरू हुए.
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने बताया कि फ्रांस के साथ उनके कम से कम 4 दशक पुराने व्यक्तिगत तालुकात हैं जिसे मैं कभी नहीं भूल सकता हूं.
40 वर्ष पूर्व गुजरात के अहमदाबाद में फ्रांस का एक सांस्कृतिक केंद्र शुरू किया गया था और उसी केंद्र के सदस्य आज आपसे बात कर रहे हैं.
भारत लोकतंत्र तथा विविधता की जननी है. यह हमारी सबसे बड़ी ताकत है जहां 100 से अधिक भाषाएं एवं 1000 से भी अधिक बोलियां मौजूद हैं जिनका लोग प्रयोग करते हैं.
इसके अतिरिक्त कई भाषाओं में प्रतिदिन हमारे देश में समाचार पत्र प्रकाशित होते हैं. पीएम मोदी ने चंद्रयान-3, यूपीआई तथा गरीबी जैसे मुद्दों पर अपनी बात रखा. इसके बाद एलिसी पैलेस पहुंचकर इन्होंने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रा के साथ भोजन किया.