बांग्लादेश चुनाव: शेख हसीना को मिली शानदार जीत, विपक्ष ७ सीटों तक सिमटा


BY-THE FIRE TEAM


प्राप्त सुचना के अनुसार प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग ने रविवार को हुए आम चुनाव में लगातार तीसरी बार शानदार जीत दर्ज की है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हसीना की पार्टी ने 300 में से 260 सीटों पर दर्ज की है. वहीं आवामी लीग की सहयोगी जातिया पार्टी को 21 सीटें मिली हैं.

बांग्लादेश क्रिकेट टीम के खिलाड़ी और वन डे टीम के कप्तान मशरफे मुर्तजा को भी जीत हासिल हुई है. मुर्तजा ने शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग के टिकट पर चुनाव लड़ा था.

वहीं बांग्लादेश में मुख्य विपक्षी दल नेशनल यूनिटी फ्रंट और इसके सहयोगी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी सिर्फ 7 सीटों पर सिमट कर रह गई.

इसके अलावा चुनावी नतीजों को खारिज करते हुए विपक्षी गठबंधन ने नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की है. इससे पहले मतदान के दौरान देश के कई हिस्सों में चुनाव से जुड़ी हिंसा में कम से कम 17 लोग मारे गए थे.

गौरतलब है कि निजी डीबीसी टीवी ने 300 में से 299 सीटों के नतीजे दिखाए. सत्तारूढ़ अवामी लीग के नेतृत्व वाले महागठबंधन ने 266 सीटें जीतीं जबकि उसकी सहयोगी जातीय पार्टी ने 21 सीटें हासिल कीं.

विपक्षी नेशनल यूनिटी फ्रंट (यूएनएफ) को सिर्फ सात सीटों पर जीत मिली. यूएनएफ में बीएनपी मुख्य घटक थी. बांग्लादेश के विपक्षी एनयूएफ गठबंधन ने

आम चुनाव के नतीजों को खारिज कर दिया और एक निष्पक्ष कार्यवाहक सरकार के तहत नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की.

नेशनल यूनिटी फ्रंट (एनयूएफ) में बीएनपी, गोनो फोरम, जातीय समाज तांत्रिक दल-जेएसडी, नागरिक ओइका और कृषक श्रमिक जनता लीग घटक दल हैं.

शुरुआती नतीजों में अवामी लीग की अगुवाई वाले महागठबंधन की जीत के संकेत मिलने के बाद एनयूएफ के संयोजक और वरिष्ठ वकील कमल हुसैन ने संवाददाताओं से कहा,

”हम नतीजों को खारिज करते हैं और निष्पक्ष सरकार के तहत नए सिरे से चुनाव कराने की मांग करते हैं.”

उन्होंने दावा किया, ”हमें खबर मिली है कि सभी मतदान केंद्रों पर फर्जीवाड़ा हुआ है.” बीएनपी महासचिव मिर्जा फखरूल इस्लाम आलमगीर ने चुनाव को ‘क्रूर मजाक’ बताया.

वह अपनी उत्तर पश्चिमी सीट से चुनाव जीतने में कामयाब रहे. पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की अनुपस्थिति में वही पार्टी की कमान संभाल रहे हैं.

इन नतीजों के बाद जहां शेख हसीना चौथी बार देश की प्रधानमंत्री बनेंगी वहीं उनकी मुख्य प्रतिद्वंद्वी खालिदा जिया ढाका जेल में अनिश्चित भविष्य का सामना कर रही हैं. वह कथित तौर पर आंशिक रूप से लकवाग्रस्त भी हैं.

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