BY-THE FIRE TEAM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीति को बड़ी सफलता मिली है। देश की आजादी की 75वीं सालगिरह पर भारत जी 20 बैठक की मेजबानी करेगा। इससे पहले 2022 में जी-20 की मेजबानी इटली करने वाला था।
अर्जेंटीना में शनिवार को जी 20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने का ऐलान दो दिन के सम्मेलन के समापन के मौके पर किया गया है।
भारत को जी-20 की मेजबानी मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमाम देशों का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने तमाम देश के नेताओं को भारत आने का न्योता दिया।
2022 में भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं, ऐसे में भारत के लिए भी जी-20 की मेजबानी मिलना काफी खास है।
PM @narendramodi held a meeting with President of @EU_Commission @JunckerEU & @eucopresident Donald Tusk on margins of #G20Summit. Discussion focused on strengthening India-EU relations, including joint effort to counter terrorism in all forms. #G20Argentina #G20#G20Summit2018 pic.twitter.com/CQnsS6dEcl
— 𝕂𝕀𝕊ℍ𝕆ℝ 𝔸ℕ𝕌ℝ𝔸𝔾 🇮🇳 (@KISHORANURAG) December 1, 2018
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को जी 20 की मेजबानी मिलने के बाद ट्वीट कर कहा कि 2022 में भारत की आजादी को 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। ऐसे में उस वर्ष जी-20 में तमाम देशों का भारत में स्वागत है।
दुनिया की सबसे तेजी से उभरती सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत में आई और यहां भारत की गर्मजोशी भरे स्वागत का अनुभव कीजिए।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की।
इस साल यह चौथी बार ऐसा मौका था, जब शी जिनपिंग और पीएम मोदी के बीच मुलाकात हुई है। जी20 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने ब्रिक्स इनफॉर्मल समिट में हिस्सा लिया था,
जहां उन्होंने आतंकवाद और कट्टरपंथ को विश्व के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया।
Today I had bilateral talks with His Excellency Narendra Modi @narendramodi, Prime Minister of India. PM Modi and I discussed renewable energy, climate change resilience and partnership in development. #G20Argentina pic.twitter.com/ZgRw88BmLa
— Andrew Holness (@AndrewHolnessJM) December 2, 2018