मिली सूचना के मुताबिक अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी की उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार कमला हैरिस ने कहा है कि कोरोना वायरस के लिए तैयार की जाने वाली वैक्सीन को प्राप्त करने के सिर्फ डोनाल्ड ट्रंप पर भरोसा नहीं किया जा सकता.
दरअसल सीएनएन को दिए गए एक इंटरव्यू में कमला ने बताया कि-” राष्ट्रपति चुनाव से पहले इस वैक्सीन को अनुमोदित और वितरित किया जाना हमारे लिए एक बड़ा मुद्दा है.”
आपको यहां बताते चलें कि नवंबर में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के चुनाव होने हैं. ऐसे में वहां के राजनीतिक पार्टियों- डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन उम्मीदवारों में एक-दूसरे पर निशाना लगाने की होड़ मची हुई है.
The time is now. https://t.co/jVoZDLJY5H
— Kamala Harris (@KamalaHarris) September 4, 2020
डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बिडेन तथा कमला हैरिस ने रिपब्लिकन पार्टी से जुड़े डोनाल्ड ट्रंप पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि- “ट्रंप को राष्ट्रपति पद की समझ ही नहीं है. यदि ट्रंप ने समय की नजाकत को देखते हुए प्रभावकारी निर्णय लिया होता तो अमेरिका में जिस तरीके से कोरोनावायरस फैला है और उसके कारण हजारों लोगों की जानें गई हैं, को बचाया जा सकता था.”
अगर चुनौतियों की बात करें तो अमेरिका में कोरोनावायरस का संक्रमण तो है ही इसके साथ-साथ एक बड़ा मसला वहां नस्लवाद को लेकर के भी है.
अभी फलाउड जार्ज नाम के अश्वेत को अमेरिकी पुलिस ने हत्या किया वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना ध्यान खींचा था. श्वेत-अश्वेत का विवाद अमेरिका में एक नया मोड़ लेता जा रहा है जो कहीं ना कहीं राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति के चुनाव को प्रभावित कर सकता है.