मिली जानकारी के मुताबिक अरबों डॉलर के सरकारी निवेश से जुड़े भ्रष्टाचार के मामलों में मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रज्जाक पर अलग-अलग आरोप लगे थे जो जाँच के उपरांत सही पाए गए हैं.
इस विषय में हुई बहस को सुनने के बाद न्यायाधीश मोहम्मद नजलान गजाली ने कहा कि- “मैं आरोपी को दोषी पाता हूं और सभी तरह के लगे सात आरोपों में दोषी करार देता हूं.’’
ऐसा बताया जा रहा है कि पद भार संभालने के बाद नजीब ने 2009 में मलेशिया के आर्थिक विकास में तेजी लाने के लिए एक एमडीबी कोष की स्थापना किया था
विश्लेषकों का कहना है कि यह फैसला नजीब के अन्य मुकदमों पर असर डालेगा और कारोबारी समुदाय को भी यह संकेत जाएगा कि मलेशिया का कानूनी तंत्र अंतरराष्ट्रीय वित्तीय अपराधों से निपटने में मजबूत हो चुका है.
हालाँकि अपने ऊपर लगे इन आरोपों को लेकर नजीब ने आगे अपील करने की बात रखी है. उनका कहना है कि- “धूर्त बैंकरों ने उन्हें भटका दिया और उनके खिलाफ ये सभी मामले राजनीति से प्रेरित हैं.”
उन्होंने सोमवार देर रात को फेसबुक पर लिखा ‘पहले दिन से मैने कहा है, यह मेरे लिए अपने नाम से धब्बा हटाने का मौका है? इसके बाद, हम अदालत में अपील करेंगे, मैं तैयार हूँ ‘
इस समय नजीब पांच अलग-अलग मुकदमों में 42 आरोपों का सामना कर रहे हैं और यदि ये सभी आरोप सिद्ध हो गए तो उन्हें कई साल तक की सजा हो सकती है.
अभी मौजूदा मुकदमे में वह सत्ता के दुरुपयोग का एक आरोप, भरोसा तोड़ने के तीन आपराधिक आरोप और धन शोधन के तीन आरोप शामिल हैं.