मिली जानकारी के मुताबिक विश्व में कोरोना संक्रमण महामारी के कहर को जाँचने के उद्देश्य से भारतीय वैज्ञानिक मनु प्रकाश के नेतृत्व में टीम ने एक ऐसे सेंट्रीफ्यूज का निर्माण किया है,
जो बिना बिजली के चलता है तथा कोई व्यक्ति कोरोना से संक्रमित है अथवा नहीं इसकी रिपोर्ट भी एक घंटे के अंदर दे देता है. इस तकनीक के विषय में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से जुड़े मनु प्रकाश ने बताया कि-
“इस डिवाइस की सहायता से मरीज के लार के नमूनों से वायरस जीनोम को अलग कर लिया जाता है. यह बहुत ही तीव्र गति से सैंपल टूयब को घूमाती है.
What a brilliant innovation (and contribution) from Manu Prakash @PkakashLab the innovator of foldscope https://t.co/H9GyphrXu3 https://t.co/kIm774Puvz
— CRISPRGuru (@CRISPRGuru) July 4, 2020
सबसे अहम बात यह है कि इसकी कीमत पांच डॉलर से भी कम है और इसके प्रयोग में कोई बिजली का खर्च भी नहीं आता है. यदि इस उपकरण के महत्व की बात करें तो पिछड़े और गरीब देशों में फैली इस महामारी के संक्रमण का पता बहुत ही सस्ते और आसानी के साथ लगाया जा सकता है.
अब तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि मनु का यह उपकरण कितना कारगर हो सकेगा अभी कोरोना संक्रमण के विस्तार को देखा जाये तो वैश्विक स्तर पर 10,92,2334 मामले प्रकाश में आ चुके हैं.
तथा इनमें से 5,23,011व्यक्तियों की मौत हो चुकी है वहीँ भारत के संबंध में साढ़े छह लाख लोग संक्रमित पाए गये हैं जबकि लगभग ग्यारह हजार व्यक्तियों की मृत्यु हो चुकि है.