BY-THE FIRE TEAM
मिली खबरों के अनुसार सूरीनाम देश के राष्ट्रपति देसाई बूटर्स जो पिछले 37 वर्षों से पंद्रह लोगों की हत्या के आरोप में वांछित चल रहे थे, अब उन पर चलने वाले केस के संबंध में सजा हुई है.
इसके अंतर्गत सत्ता पाने की लालच में बूटर्स ने 1982 में पैरामारीबो जो की सूरीनाम की राजधानी है वहाँ कुछ वकीलों, पत्रकारों तथा विपक्ष के यूनियन नेताओं को गोली मरवा दिया था.
आज 37 वर्षों के बाद उस मामले का फैसला आया है, हालाँकि बूटर्स के पास अभी भी सजा के खिलाफ कोर्ट में अपील करने का दो हफ़्तों का समय बचा हुआ है.
ऐसा कहा जाता है कि बूटर्स के पार्टी के कुछ सांसद 2010 से ही इस मामले को दबाने का प्रयास कर रहे थे और इसके लिए इन लोगों ने साल 2012 में संसद में कानून भी पास कराया किन्तु न्यायालय ने उसे निष्क्रिय कर दिया था.
कौन है देसाई बूटर्स ?
आपको बताते चलें कि बूटर्स ने 1980 के दौरान सूरीनाम के तत्कालीन प्रधानमंत्री हेंग एरन के विरुद्ध सैन्य तख्ता पलट करने में अहम भूमिका निभाई थी.
इसके एवज में उन्हें आर्मी चीफ बनाया गया और बाद में महत्वपूर्ण पद पर भी आसीन कर दिया गया था, जब सैन्य शासन हटा तो इन्होंने नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी का नेतृत्व करते हुए 2010 में राष्ट्रपति का पद संभाला.