अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करने वाली संस्था संयुक्त राष्ट्र संगठन में भारत ने एक नए प्रस्ताव को रखकर दुनिया के समक्ष एक आदर्श रखा है.
मिली सूचना के मुताबिक भारत ने इंडोनेशिया के साथ मिलकर के यूएन सुरक्षा परिषद में एक प्रस्ताव लाया है जिसके अंतर्गत शांति सेनाओं में महिला जवानों को जगह देने तथा उनसे
प्रभावशाली और अर्थपूर्ण भागीदारी करने का अवसर प्रदान करें की अपील किया है. आपको यहां बताते चलें कि संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों में भारत ने सबसे अधिक जवान भेजने का काम किया है.
As a co-sponsor of the Resolution, & with a proud tradition of deploying women Peacekeepers who've served as role models, India congratulates Security Council for adopting Resolution 2538 today on 'Women in Peacekeeping': Permanent Mission of India to the United Nations, New York https://t.co/2DfHV4y3P7 pic.twitter.com/OwUV2m6Ya2
— ANI (@ANI) August 28, 2020
इस कार्य में इंडोनेशिया ने भी भारत का स्वागत करते हुए उसके प्रस्ताव को सराहा और गौरवान्वित महसूस किया है. जन सुरक्षा परिषद में 2021 से प्रारंभ हो रहा है.
अपने कार्यकाल के दौरान हमारी तरफ से लिए जाने वाले निर्णय तथा प्राथमिकताओं के अंतर्गत भारत सभी क्षेत्रों में महिलाओं की ज्यादा भागीदारी के लिए दबाव बनाता रहेगा.
India has been one of the largest contributors to the UN peacekeeping missions. One of the many numerous reasons why I love India. Jai Hind. https://t.co/FGjizRFTup
— Hawk Too (@hawk_thoo) July 31, 2020
आपको यहां बताते चलें कि भारत को सुरक्षा परिषद में 2 वर्षों के लिए अस्थाई सदस्य के तौर पर चुना गया था जिसके कार्यकाल का समापन 1 जनवरी 2021 को होगा.
भारत ने यूएन शांति अभियानों से अपने दीर्घकालीन जुड़ाव के अंतर्गत 2007 में एक इतिहास रचा था जब उसने लाइबे-रिया में शांति अभियान के लिए अपनी पूरी महिला पुलिस बटालियन को भेज दिया था.
अभी फिलहाल वर्तमान में भारत की ओर से सेना और पुलिस के जवान विभिन्न देशों जैसे लेबनान, दक्षिणी सूडान, पश्चिमी सहारा, सोमालिया, साइप्रस डेमोक्रेटिक, रिपब्लिक आफ कांगो आदि में
शांति अभियानों को जोर-शोर से स्थापित करने का काम कर रहे हैं इसके अतिरिक्त विगत 70 वर्षों में विभिन्न देशों में 160 से अधिक जवानों ने शांति अभियानों में सेवा देते हुए शहादत पाई है जो किसी भी देश से अत्यधिक है.