यूएन की शांति सेनाओं में महिला भागीदारी बढ़ाने के लिए भारत ने पेश किया संयुक्त प्रस्ताव

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करने वाली संस्था संयुक्त राष्ट्र संगठन में भारत ने एक नए प्रस्ताव को रखकर दुनिया के समक्ष एक आदर्श रखा है.

मिली सूचना के मुताबिक भारत ने इंडोनेशिया के साथ मिलकर के यूएन सुरक्षा परिषद में एक प्रस्ताव लाया है जिसके अंतर्गत शांति सेनाओं में महिला जवानों को जगह देने तथा उनसे

प्रभावशाली और अर्थपूर्ण भागीदारी करने का अवसर प्रदान करें की अपील किया है. आपको यहां बताते चलें कि संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों में भारत ने सबसे अधिक जवान भेजने का काम किया है.

इस कार्य में इंडोनेशिया ने भी भारत का स्वागत करते हुए उसके प्रस्ताव को सराहा और गौरवान्वित महसूस किया है. जन सुरक्षा परिषद में 2021 से प्रारंभ हो रहा है.

अपने कार्यकाल के दौरान हमारी तरफ से लिए जाने वाले निर्णय तथा प्राथमिकताओं के अंतर्गत भारत सभी क्षेत्रों में महिलाओं की ज्यादा भागीदारी के लिए दबाव बनाता रहेगा.

आपको यहां बताते चलें कि भारत को सुरक्षा परिषद में 2 वर्षों के लिए अस्थाई सदस्य के तौर पर चुना गया था जिसके कार्यकाल का समापन 1 जनवरी 2021 को होगा.

भारत ने यूएन शांति अभियानों से अपने दीर्घकालीन जुड़ाव के अंतर्गत 2007 में एक इतिहास रचा था जब उसने लाइबे-रिया में शांति अभियान के लिए अपनी पूरी महिला पुलिस बटालियन को भेज दिया था.

अभी फिलहाल वर्तमान में भारत की ओर से सेना और पुलिस के जवान विभिन्न देशों जैसे लेबनान, दक्षिणी सूडान, पश्चिमी सहारा, सोमालिया, साइप्रस डेमोक्रेटिक, रिपब्लिक आफ कांगो आदि में

शांति अभियानों को जोर-शोर से स्थापित करने का काम कर रहे हैं इसके अतिरिक्त विगत 70 वर्षों में विभिन्न देशों में 160 से अधिक जवानों ने शांति अभियानों में सेवा देते हुए शहादत पाई है जो किसी भी देश से अत्यधिक है.

 

 

 

 

 

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