BY-THE FIRE TEAM
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने तीन दिसंबर, सोमवार को पोलैंड में आधिकारिक रूप से शुरू हुए सीओपी24 शिखर सम्मेलन में कहा कि- विश्व विनाशकारी जलवायु परिवर्तन को रोकने की अपनी योजना “राह से दूर” है।
ANTONIYO GUTERAS
हाल ही में एक के बाद एक पर्यावरण संबंधी घातक रिपोर्टें सामने आईं जिनमें दि्खाया गया कि भूमंडलीय तापमान में बेलगाम इजाफे को रोकने के लिए मानव को अपने ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जनों में जबरदस्त कटौती करनी होगी।
Glad to join world leaders at the UN Climate Conference #COP24 in Poland. This is the opportunity to show the commitment to #ClimateAction the planet needs. https://t.co/4DbXvXvPyu pic.twitter.com/vuUkvKgU5w
— António Guterres (@antonioguterres) December 3, 2018
इन रिपोर्टों पर गुतारेस ने प्रतिनिधि मंडलों से कहा, “हम अब भी बहुत कुछ नहीं कर रहे हैं, न ही तेज गति से बढ़ रहे हैं।”
उल्लेखनीय है कि 2015 के पेरिस जलवायु समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले करीब 200 राष्ट्रों को वैश्विक तापमान वृद्धि को दो डिग्री सेल्सियस से नीचे,
और संभव हो सके तो 1.5 डिग्री सेल्सियस की सुरक्षित सीमा तक रखने के लिए इस महीने एक नियम पुस्तिका को अंतिम रूप देना होगा।
The UN Climate Change Conference (COP24) opens today 3 December in Katowice , Poland with the goal of finalising the implementation guidelines for the Paris Climate Change Agreement, and how countries can increase their efforts to reduce national emissions. @UNFCCC @SDGoals pic.twitter.com/yC2S1hUypY
— UNIC Lagos (@UNICLagos) December 3, 2018
उधर, जलवायु परिवर्तन की दर मानवीय प्रयासों को धता बताते हुए बहुत तेजी से बढ़ रही है। अब तक केवल एक सेल्सियस वार्मिंग बढ़ने मात्र से,
धरती को जंगल में आग लगने की घटनाओं, अत्यंत सूखे और समुद्र तल परिवर्तन के चलते भयावह तूफानों का प्रकोप झेलना पड़ा है।
गुतारेस ने कहा, “दुनिया भर को तहस-नहस करने वाले जलवायु के विनाशकारी प्रभावों को देखने के बावजूद प्रलयकारी एवं
अपरिवर्तनीय जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए न तो हम पर्याप्त प्रयास नहीं कर रहे हैं, न ही तेज गति से बढ़ रहे हैं।”
गुतारेस का यह बयान हमें आने वाले खतरे के प्रति आगाह कर रहा है, और समय रहते हमने नहीं चेता तो नतीजा कितना भयंकर होगा इसको बताये जाने की जरूरत नहीं है।