अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की कूटनीतिक रणनीति का ही यह नतीजा है कि वह संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में लगभग दस वर्षों के अंतराल के बाद निर्विरोध सदस्य बनने जा रहा है.
मिली जानकारी के मुताबिक आने वाली 17 जून की तारीख को यूएनएससी की सदस्यता के चुनाव में अनेक देश अपनी दावेदारी पेश करेंगे किन्तु एशिया-प्रशांत क्षेत्र से प्रत्याशी बनाये जाने पर भारत का पलड़ा भारी होता हुआ दिख रहा है.
#India is running for the #UNSC seat from the Asia-Pacific group, which will be vacated by #Indonesiahttps://t.co/lSirdLutrS
— Asianet Newsable (@AsianetNewsEN) June 12, 2020
इस विषय में विदेशमंत्री एस जयशंकर ने बताया है कि संयुक्त राष्ट्र में अपनी जगह बनाने के लिए भारत लम्बे समय से प्रायसरत था. चूँकि एशिया-प्रशांत समूह में भारत आज अकेले उम्मीदवार बना है, ऐसे में निर्विरोध रूप में उसकी जीत होने की पूरी संभावना है.
आपको यहाँ बताते चलें कि 24 अक्टूबर 1945 में गठित संयुक्त राष्ट्र में कुल 15 सदस्य होते हैं जिनमें 5 स्थाई जबकि 10 अस्थाई सदस्य के तौर पर वैश्विक स्तर पर होने वाले महत्वपूर्ण निर्णयों को संचालित करते हैं.
ब्रिटेन, फ्रांस, अमेरिका, रूस, चीन यूएन में स्थाई सदस्य हैं यद्यपि भारत सहित अनेक देशों का समूह लगातार स्थाई सदस्यता रखने वाले देशों के विस्तार की मांग कर रहे हैं.