BY-THE FIRE TEAM
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहें कितनी भी मेहनत कर रहे हों किन्तु उनके प्रयास भारत को अंतरष्ट्रीय स्तर पर जिस मुकाम को हासिल करना चाहिए था वह नहीं मिल पा रहा है.
भारत के लिए यह निराशाजनक स्थिति है कि वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के द्वारा जारी की गई सूची में वह दस अंकों तक नीचे खिसक गया है. जहाँ तक रैंकिंग गिरने की वजह बताई जा रही है,
India has slipped 10 places to rank 68th on World Economic Forum’s competitiveness index.https://t.co/5ODUu6KC6e
— NDTV Profit (@NDTVProfitIndia) October 9, 2019
उसके अंतर्गत भारत की तुलना में अन्य देशों का बेहतर प्रदर्शन रहा है. इस इंडेक्स में हमारा पड़ोसी देश चीन हमसे 40 पायदान ऊपर 28 वें नंबर पर है तथा उसके स्थान में कोई बदलाव नहीं आया है.
आपको बता दें कि ग्लोबल कम्पीटीटिव इंडेक्स में भारत पिछले वर्ष 58वें स्थान पर था किन्तु इस बार वह 68वें स्थान पर फिसल चुका है. अगर अन्य देशों को देखा जाये तो
सिंगापुर इस सूची में सबसे अव्वल है और उसके बाद अमेरिका, जापान जैसे देश हैं, हालाँकि अफ़्रीकी देशों की हालत बहुत ही ख़राब है. वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की इस रैंकिंग में
भारत की गिरावट के संदर्भ में कहा गया है कि- यद्यपि भारत की अर्थवयवस्था बड़ी और स्थिर है फिरभी यहाँ आर्थिक सुधारों की रफ्तार काफी धीमी है.
इसके अलावे मंदी के लक्षण, स्वास्थ्य सुविधाओं का कमजोर ढांचा, मजदूरों की खराब दशा, बैंकिंग सेवाओं की खस्ता हालत आदि ऐसे कारण हैं जिनकी वजह से गिरावट दर्ज हुई है.