BY-THE FIRE TEAM
मिली सूचना के मुताबिक अंतरष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रमुख क्रिस्टीना जर्जीवा ने दुनिया के विभिन्न देशों पर बढ़ने वाले कर्ज के विषय में खुलासा किया है कि-
कर्ज बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है जो दुनिया के कुल उत्पादन का दुगुना है. आईएमएफ ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि वर्तमान समय में पूरी दुनिया पर लगभग 188 ट्रिलियन डॉलर का कर्ज चढ़ चुका है.
इस रकम की विशालता का ऐसे अंदाजा लगाया जा सकता है कि विश्व में सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश अमेरिका की सम्पूर्ण जीडीपी का आकार 21.35 ट्रिलियन डॉलर के करीब है जो इससे साम्यता रखता है.
यदि भारतीय अर्थव्यवस्था के आकार की बात किया जाये तो तो यह 2.7 लाख करोड़ रूपये की ही है. यद्यपि भारत पर मार्च 2019 तक के रिकॉर्ड के तहत उस पर 543 अरब डॉलर का कर्ज बोझ है.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का कहना है कि यह कर्ज बोझ वैश्विक ग्रोथ के लिए बड़ी बाधा है क्योंकि इससे वित्तीय भार में वृद्धि होती है जो नकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करता है.
यह कर्ज के बढ़ते दबाव का ही नतीजा है कि अनेक देशों की सरकारों कंपनियों और परिवारों को संकट में डाल दिया है.
भारत पर यदि कुल कर्ज की बात करें तो यह पिछले वर्ष की तुलना में 1.37 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है जो देश की कुल जीडीपी का 19.7 प्रतिशत है.