सीएम सिटी गोरखपुर में पीडब्ल्यूडी मुख्य अभियंता कार्यालय पर ‘तीसरी आंख मानवाधिकार संगठन’ के सत्याग्रहियों ने मुख्य अभियंता कार्यालय पर
भ्रष्टाचार के विरुद्ध सत्याग्रह संकल्प के छठे शतक पर केक काट काटकर तीखा प्रहार किया है. इस मौके पर संगठन के संस्थापक व महासचिव शैलेंद्र मिश्र ने कहा कि
“जब विधि द्वारा शासित राज्य में भ्रष्टाचार के निरंकुश तांडव पर व्यवस्था के पोषक भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों से बेखबर हों तो विधि द्वारा शासित राज्य की परिकल्पना कैसे की जा सकती है.?”
प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पांडे ‘राजू’ ने कहा कि जब लोक निर्माण विभाग गोरखपुर में मुख्य लेखा परीक्षक के विशेष लेखा परीक्षण रिपोर्ट के अनुरूप
लगभग करोड़ों रुपए कूट रचित द्वारा वित्तीय अनियमितता व आर्थिक अपराध पर वैधानिक कार्यवाही न होने के विरुद्ध संगठन 13 जुलाई, 2021 से
प्रचलित सत्याग्रह संकल्प के दौरान पंजीकृत डाक के माध्यम से मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश को क्रमशः दो बार प्रेषित ज्ञापन,
मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश कथनानुसार विभागीय अभिलेख में अब तक अंकित नहीं है, जो बेहद शर्म का विषय है.
जिला अधिवक्ता बार एसोसिएशन के मंत्री योगेंद्र कुमार मिश्र ने कहा कि जब यह आलम उत्तर प्रदेश मुखिया के महानगर का है तो पूरे प्रदेश का क्या होगा, सहज अंदाजा लगाया जा सकता है.
अब सवाल यह उठता है कि जब अहिंसात्मक सत्याग्रह संकल्प का यही वजूद है तो फिर लोकतंत्र का मूल स्वरूप कहां है.?
क्या हम या हमारी व्यवस्था अंग्रेजी दमनकारी नीति और व्यवस्था से मुक्त नहीं है.? आखिर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 600 दिनों से भ्रष्टाचार के विरुद्ध
प्रचलित सत्याग्रह संकल्प के सत्याग्रहियों को संतुष्ट करने या उससे संबंधित समस्याओं का समाधान करने में व्यवस्था में बैठे जिम्मेदार लोग असफल व बेखबर क्यों है?
क्या मुख्य लेखा परीक्षक के विशेष लेखा परीक्षण रिपोर्ट तथ्यों पर आधारित नहीं है.? शायद ये सभी सवाल व्यवस्था के पोषक के लिए अनुत्तरित है और रहेंगे, जो स्वस्थ लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं हैं.
एडवोकेट विजेंद्र प्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध सत्याग्रह संकल्प का छठा शतक सुचिता, पारदर्शिता पर सवालिया निशान प्रदर्शित करता है.
यही कारण है कि न्यायिक व्यवस्था के कंधो पर बोझ बढ़ता जा रहा है और लोकतांत्रिक व्यवस्था मूल धारा से विरत होती जा रही है.
उपरोक्त आयोजित सत्याग्रह संकल्प के छठे शतक पर उपस्थित कार्यकर्ता वीरेंद्र वर्मा, जियाउद्दीन अंसारी, संतोष गुप्ता, शमशेर जमा खान, सतीश कुशवाहा,
प्रशान्त गुप्ता, सेराज अहमद कुरैशी, ध्रुव नारायण सिंह, राजेश्वर पांडेय, आरके श्रीवास्तव, मो. अहमद, राधेश्याम सेहरा, लल्लन दुबे, आमंत्रित अतिथि आर.पी सैनी, राधेश्याम सेहरा आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे.