गोरखपुर: कोरोना के फैलते प्रकोप में पुलिस और प्रशासन का अजीबो-गरीब फैसला

  • ₹100 जुर्माना लेने के बाद भी ₹5 का मास्क नहीं दिया जाता
  • जुर्माने की रसीद दिखाकर व्यक्ति कई चौराहों पर बिना मास्क के घूमता रहता है

जिले में कोरोना के फैलते प्रकोप को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने मास्क की सख्ती से पालन कराने के लिए तमाम कवायद शुरू कर दी है.

मास्क पहनाने के लिए अब पुलिस भी मुस्तैदी से अपने ड्यूटी को अंजाम देती हुई नजर आ रही है. रोज सुबह-शाम पुलिस चौराहों और मुख्य मार्गों पर बिना मास्क

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घूम रहे लोगों को पकड़कर ₹100 की रसीद देकर नगद पैसा ले लेती है लेकिन उन्हें ₹5 का मास्क मुहैया नहीं कराती, यानी ₹100 लेने के बाद वह आदमी अब कोरोनामुक्त हो जाता है.

काबिले गौर बात यह है रशीद लेकर जब वह पूछता है कि- “दरोगा जी अगर मुझे अगले चौराहे पर फिर पकड़ा गया तो मैं क्या करूं? तो जवाब मिलता है कि यह रशीद दिखा देना.”

इससे बेहतर यह होता कि ₹100 लेने के बाद एक ₹5 का मास्क उस व्यक्ति को दे दिया जाता ताकि वह मास्क लगा कर खुद भी सुरक्षित होता और दूसरों को भी सुरक्षित करता.

जहां लोगों से ₹100 की नकद जुर्माना वसूली की जा रही है, वहां पर जिला प्रशासन ₹5 का मास्क देने की जहमत नहीं उठा रहा है.

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