पूर्वाञ्चल गांधी जिनकी पहचान समाजसेवी, पर्यावरणविद, बेबसों की आवाज कहलाने वाले डॉ सम्पूर्णानन्द मल्ल ने राष्ट्रपति मुर्मू को पत्र लिखकर
अवगत कराते हुए मांग किया कि 15 अगस्त तक ‘महंगाई’ समाप्त कर दीजिए, समान एवं निःशुल्क शिक्षा, चिकित्सा, संचार का प्रबनध किया जाना चाहिए.
धनी एवं गरीब के लिए अलग-अलग स्कूल और चिकित्सालय खोले जाने चाहिए. यात्रियों की जीवन रेखा कही जाने वाली रेलगाड़ियां आज अपने महंगे किराए की वजह से जहाज बन गई हैं.
कहां है संविधान? क्या किसी सांसद ने यह पूछा है कि 5 किलो भीख एवं खैरात पर कीड़े मकोड़े की तरह जीवन जी रहे कंगाल पढ़ाई, दवाई, किराया, तेल, दाल, चीनी कहां से खरीदेगे?
लोंगों के वोट से सदन में पहुंचकर 120 करोड़ गरीबों की चमड़ी उधेड़ने वाला जीएसटी टोल टैक्स डीजल, पेट्रोल, सीएनजी, रसोई गैस ऊंची दर पर बेचते हैं?
अपने लिए बड़े-बड़े वेतन भत्ते, पेंशन, जहाजों से चुनाव लड़ने, हिंदू मुस्लिम नफरत फैलाने, जातीय जहर घोलने, युवाओं को बेरोजगार, गरीब बनाने का कानून बनाते हैं.
समान एवं निःशुल्क शिक्षा, चिकित्सा, संचार हो:
अमीर-गरीब के बच्चे एक साथ पढ़ें, शिक्षा, चिकित्सा नि:शुल्क करें. इसके लिए निजी चिकित्सालयों और विद्यालयों को सरकारी में तब्दील करें.
प्राइवेट संपत्ति संसाधन ट्रस्ट “रिलिजियस ट्रस्ट” पॉलीटिकल पार्टीज की संपत्ति” एवं संसाधन जप्त कर जी जाए. सांसद, विधायक निधियां समाप्त कर दी जाए.
किराया मुक्त संचार हो, जब राष्ट्रपति, मंत्री, सांसद, विधायक किराया मुक्त यात्रा करते हैं तब लोगों से किराया क्यों? ‘राइट टो इक्वलिटी’ औऱ ‘राइट टू फ्रीडम’ की हत्या क्यों?
मंहगाई को खतम करने के लिए इन्होंने सुझाव दिया है कि यदि जीएसटी, टोल टैक्स, डीजल, पेट्रोल, सीएनजी, गैस सिलेंडर एवं टोल टैक्स के दाम कम कर दें तो महंगाई मर जाएगी.
चावल, आटा, गेहूं, दाल, चीनी, तेल, दवा, हवा, पानी पर से जीएसटी हटाए तथा अन्य वस्तुओं पर लगी जीएसटी 28% से घटाकर 16% करें क्योंकि यही जीवन है.
इस पर जीएसटी का अर्थ है संविधान प्रदत्त जीवन का मौलिक अधिकार (अनु21) छीन लेना. भारी गाड़ियों पर टोल टैक्स 500 से ₹900 प्रति टोल प्रति ट्रक लिया जा रहा है.
यह क्या है? 800 सांसदों एवं 142 करोड़ लोगों में से किसने कहा इतना अधिक टोल टैक्स वसूलने को? देशभर में डांका के अड्डे क्यों खोले गए?
जब इतना अधिक टोल टैक्स ले लीजिएगा तो महंगाई कैसे रुकेगी? क्या मनमोहन सिंह, अमरत्य सेन, सुब्रमण्यम स्वामी जैसे विख्यात अर्थशास्त्री भी महंगाई रोक पाएंगे?
भारी गाड़ियों पर टोल टैक्स एक रुपए प्रति KM प्रति टोल करें. जब राष्ट्रपति, सांसद, विधायक सहित 38 वीआईपी की गाड़ियों पर टोल टैक्स नहीं लिया जाता तब लोगों की गाड़ियों पर टोल क्यों?
यह समानता के मौलिक अधिकार का मर्डर है. कहीं भी हमारे आने-जाने की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का हनन है, इसे समाप्त करें.
डीजल, सीएनजी, घरेलू सिलेंडर के दाम क्रमशः ₹50, ₹62 प्रति लीटर एवं ₹500 प्रति सिलेंडर करेँ.
मॉडल की मदिरा शॉप दुग्ध की मॉडल शॉप में बदल दें, इससे मृत्यु, दुर्घटना, विकलांगता, नारी बलात्कार एवं हिंसा समाप्त हो जाएगी.
भारत की श्रमशक्ति मजबूत होगी, भारत का अकूत पैसा, पेशाब में नष्ट होने से बचेगा. देश के प्रत्येक वृद्ध जिसकी उम्र 60 वर्ष पूर्ण हो चुकी रू. 1290 प्रति माह पेंशन दिया जाए.
65 वर्ष की उम्र पूर्ण होने पर या पूर्व में मौत होने पर पत्रकार, वकील को विधायिका के सदस्यों के बराबर पेंशन.
सांसद गण जिस प्रकार टैक्स वृद्धि एवं अपने वेतन, भत्ते, पेंशन कानून थपरी बजाकर बना लेते हैं उसी प्रकार महंगाई कम कर दें.
शिक्षा, चिकित्सा, संचार फ्री कर दें नहीं तो 16 अगस्त से संसद के सामने महंगाई के जनक सांसदों
को “वोट न देने का सत्याग्रह प्रारंभ करूंगा.
गरीब एवं महंगाई सांसदों के शानो-शौकत और “ऐश्वर्य” के कारण ही बढ़ रही हैं. इसलिए संसद नहीं चलने दूंगा. ध्यान रहे मै किसी राजनीतिक दल का दलाल नहीं हूं.
इस पत्र की प्रतिलिपि अध्यक्ष, सभापति लोकसभा राज्य सभा, सांसद गण को भेजी गई है.