पुरानी पेंशन बहाली को लेकर ‘राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद’ ने किया बैठक

  • अभी नहीं तो कभी नहीं के तर्ज पर हमें लड़नी होगी यह लड़ाई–अश्वनी
  • जनता नहीं सिर्फ जनार्दन को मिल रही है पुरानी पेंशन–मदन मुरारी

गोरखपुर: ‘राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद’ के प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर 21 मार्च को पुरानी पेंशन बहाली को लेकर जिला मुख्यालय पर

होने वाले धरने की आज तैयारी बैठक की गई जिसकी अध्यक्षता परिषद के अध्यक्ष रूपेश श्रीवास्तव और संचालन मंत्री श्री श्रीवास्तव ने किया.

बैठक को संबोधित करते हुए रूपेश श्रीवास्तव ने कहा कि पुरानी पेंशन का मामला हमारे भविष्य से जुड़ा मामला है.

पुरानी पेंशन कर्मचारियों के बुढ़ापे की रोटी है इसलिए अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए जिले के सभी कर्मचारी आपसी संगठनीय भेदभाव भुलाकर 21 मार्च को और धरने को सफल बना कर अपना भविष्य सुरक्षित करे.

श्री रुपेश ने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग के पूर्व अध्यक्ष और देश के प्रख्यात अर्थशास्त्री डॉ सोमेश शुक्ल ने अपने शोध में

स्पष्ट किया है कि पुरानी पेंशन देने से सरकार को कोई आर्थिक नुकसान नहीं होने वाला है. इसलिए सरकार डॉ शुक्ल के शोध पर विचार करे और पुरानी पेंशन बहाल करे.

संचालन कर रहे मंत्री अश्वनी श्रीवास्तव ने कहा कि पुरानी पेंशन की लड़ाई हमें अभी नहीं तो कभी नहीं के तर्ज पर लड़ना होगा क्योंकि सरकार के सामने 2024

का इलेक्शन है तथा देश के सभी कर्मचारी यह बात सरकार के सम्मुख रखेंगे जो पुरानी पेंशन बहाल करेगा वही देश पर राज करेगा.

परिषद के उपाध्यक्ष मदन मुरारी शुक्ला ने कहा कि देश के कर्मचारी अर्थात जनता को NPS की आग में झोंक दिया गया है और देश के जनार्दन यानि माननीय पुरानी पेंशन का लाभ ले रहे हैं.

यह बात समझ से परे है कि देश का निम्न, मध्यम वर्गीय कर्मचारी को जहां पेंशन के लिए मोहताज किया जा रहा है, वहीं अरबपति-खरबपति नेताओं को यह लाभ क्यों दिया जा रहा है.?

इस अवसर पर वरुण बैरागी, मदन मुरारी शुक्ल, राजेश सिंह, बंटी श्रीवास्तव, कनिष्क गुप्ता, इजहार अली, डा० एसके विश्वकर्मा, रमेश भारती, समसुल जहां, राजकुमार सहित तमाम कर्मचारी उपस्थित रहे.

Leave a Comment

Translate »
error: Content is protected !!