- पोलिंग पार्टियां रवाना, सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
- डीएम, एसएसपी, सीडीओ, एडीएम सिटी, सीआरओ, एसपी ट्रैफिक, एसपी दक्षिणी विश्वविद्यालय परिसर में बराबर करते रहे निगरानी
गोरखपुर: जनपद के 9 विधानसभाओं में 35 लाख, 55 हजार, 675 मतदाताओं को मतदान कराने के लिए दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से
पोलिंग पार्टियां मतदान कराने के लिए ईवीएम वीवीपैट, कोरोना किट के साथ कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान स्थलों के लिए रवाना हुई.
ये सभी वर्ग 3 मार्च को सुबह 7 बजे से अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए सकुशल मतदान संपन्न कराने का कार्य करेंगे.
मतदानकर्मियों तथा सुरक्षाकर्मियों का हौसला अफजाई करने के लिए स्वयं जिला निर्वाचन अधिकारी/ जिलाधिकारी विजय किरन आनंद व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ विपिन ताडा अपने मातहतों के साथ
विश्वविद्यालय परिसर में डेरा डाले रहे जिससे किसी भी मतदानकर्मी या सुरक्षाकर्मी को किसी प्रकार की असुविधा ना होने पाए.
कार्मिक प्रभारी/सीडीओ इंद्रजीत सिंह नोडल अधिकारी/मुख्य राजस्व अधिकारी सुशील कुमार गौड़, नोडल अधिकारी /एडीएम सिटी विपिन कुमार सिंह,
चुनाव सेल प्रभारी पुलिस एसपी ट्रैफिक डॉ महेंद्र पाल सिंह, पुलिस अधीक्षक दक्षिणी अरुण कुमार सिंह, उप जिला निर्वाचन अधिकारी/ एडीएम
वित्त राजेश कुमार सिंह सहित समस्त रिटर्निंग अफसर व संबंधित अधिकारी अपने- अपने दायित्व का निर्वहन करते हुये मतदान कर्मियों व
सुरक्षाकर्मियों का बराबर मदद कर उनको मतदान केंद्रों के लिए रवाना कर रहे जिससे मतदानकर्मी समय से मतदान स्थलों पर पहुंचकर अपनी सभी तैयारियां मतदान कराने के लिए पूर्ण कर ले.
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय 9 विधानसभा सीटों के लिए अलग-अलग संभागों में अलग-अलग टेबल व पंडाल लगाकर कर्मचारियों को ड्यूटी दी गई.
इसके पश्चात शहर विधानसभा, ग्रामीण विधानसभा, कैंपियरगंज, चिल्लूपार, चौरी चौरा, खजनी, बासगांव, पिपराइच, सहजनवा विधानसभा के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना हुई.
पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने पोलिंग पार्टियों को शत-प्रतिशत मतदान कराए जाने को प्रेरित कर शुभकामनाएं भी दी.
अधिकारियों ने मतदान कार्मिकों को मतदान प्रक्रिया, ईवीएम संचालन में बरती जाने वाली सावधानियों से भी अवगत कराया.
पोलिंग पार्टियों को ईवीएम के साथ सैनिटाइजर, थर्मल स्कैनर और मास्क देने के साथ मतदान केंद्रों और कक्षों को सैनिटाइज कराया गया.
इसके साथ मतदान कक्षों के बाहर सैनिटाइजर की व्यवस्था कराई गई है ताकि वोट डालने से पहले और बाद में मतदाता हाथों को सैनिटाइज कर सके.
मतदान केंद्रों और कक्षों में पथ प्रकाश के लिए इमरजेंसी लाइटों की व्यवस्था की गई है, अगर विद्युत सप्लाई कहीं पर बाधित हुई तो बैटरी से चलने वाले बल्ब और ट्यूब का सहारा लिया जाएगा.
कई ऐसे मतदान कर्मचारी नजर आए जो पति-पत्नी हैं जिनकी चुनाव में ड्यूटी रहेगी. ऐसे में कई दंपती अधिकारियों के पास जाकर गुहार लगाते रहे कि उनमें एक व्यक्ति की ड्यूटी कटवा दी जाए क्योंकि घर पर बच्चे अकेले हैं.
इसी तरह पूरे ड्यूटी कटवाने को सरकारी दपंती सहित अनेक कर्मचारी स्वास्थ्य खराब होने की बात कहते हुए और डॉक्टर के पर्चे दिखाकर ड्यूटी कटवाने की गुजारिश करते रहे.