गोरखपुर: ज्ञात सूत्रों के मुताबिक ‘राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद’ के प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर आज गोरखपुर शाखा के पदाधिकारियों और संबद्ध संगठनों
के लोगों ने टाउन हॉल स्थित गांधी प्रतिमा के सामने मौन व्रत रखकर पुरानी पेंशन बहाली एवं अन्य सहमति बनी मांगो को पूरा नहीं करने पर सरकार से अपना विरोध जताया है.
बताते चलें कि यहां देश के कर्मचारियों और शिक्षकों का इस समय सबसे बड़ा ज्वलंत मुद्दा पुरानी पेंशन बहाली है क्योंकि यह मामला कर्मचारियों के
बुढ़ापे के सुरक्षा से जुड़ा है जिसको लेकर कर्मचारी/शिक्षक वर्षों से आंदोलनरत हैं. गौरतलब हो कि गैर भाजपा शासित कई राज्यों जैसे छत्तीसगढ़,
राजस्थान, पंजाब, झारखंड, और पश्चिम बंगाल में वहां की राज्य सरकारों द्वारा पुरानी पेंशन बहाल कर दी गई है किन्तु भाजपा शासित राज्यों में अभी नई पेंशन स्कीम लागू है.
इसी के खिलाफ कर्मचारी और शिक्षक लगातार आंदोलन कर रहे हैं. विगत 10 अगस्त और 1 अक्टूबर, 2023 को दिल्ली के रामलीला मैदान में
कई लाख की संख्या में कर्मचारियों और शिक्षकों ने आंदोलन कर अपनी ताकत दिखाई किन्तु केंद्र सरकार इस गंभीर मुद्दे पर अभी तक सकारात्मक रुख नहीं दिखा है.
आंदोलन के क्रम में आज कर्मचारियों ने गांधी प्रतिमा के समक्ष मौन व्रत रखकर पुरानी पेंशन बहाली को दोहराते हुए इसके बहाली तक आंदोलन जारी रखने की बात भी कही है.
इस मौन प्रदर्शन में रूपेश श्रीवास्तव, मदन मुरारी शुक्ल, वरुण वर्मा बैरागी, श्याम नारायण शुक्ल, अशोक पांडेय,संतोष कुमार सिंह,
तारकेश्वर शाही, संजय राज, चंद्रभूषण यादव, शिवरतन निषाद, अशोक सिंह, इजहार अली अनूप श्रीवास्तव, देवेश सिंह, अजय त्रिपाठी,
दीपक चौधरी, बंटी श्रीवास्तव, फुलई पासवान, ओंकार नाथ राय जामवंत पटेल, प्रभु दयाल सिन्हा, विजय शर्मा, विनीता सिंह, यशवीर श्रीवास्तव, रामधनी पासवान सहित तमाम कर्मचारी उपस्थित रहे.