गोरखपुर: ‘राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद’ की कैबिनेट बैठक पुराने कलेक्ट्रेट परिसर पर हुई जिसमें पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार ने तमाम आंदोलन
और हड़ताल के पहले आश्वासन दिया था कि इस मुद्दे पर हम शीघ्र निर्णय देंगे. कर्मचारी हमारा परिवार है और कर्मचारी की हर समस्या हमारी समस्या है.
हम पेंशन बहाली सहित 1.5 साल का एरियर सातवें, वेतन का फिटमेंट फैक्टर, 50% डीए होने पर मूल वेतन में मर्जर सहित उत्तर प्रदेश में
वर्षो से सरकार से लंबित एवम सहमति मांग जैसे निलंबित भत्ते, वेतन विसंगति आदि सभी मांगों को दिया जाए क्योंकि यह सभी मांगें पुरानी हैं.
सरकार चाहे तो इसे दे सकती है या चुनाव आयोग से अनुमति ले सकती है और नहीं तो घोषणा पत्र में शामिल करके सरकार बनने पर केंद्र तथा राज्य की मांगें दिया जाए.
पं. अशोक पांडे एवम पंडित श्याम नारायण शुक्ला ने कहा, सनातन धर्म में गणेश जी ने मां बाप की परिक्रमा करके यह सिद्ध कर दिया था कि उनसे बड़ा कोई नही हो सकता है.
रूपेश कुमार श्रीवास्तव, मदन मुरारी शुक्ला ने बड़े विनम्रता के साथ अनुरोध किया कि जब सरकार श्री राम मंदिर का निर्माण करा सकती है तो पुरानी पेंशन क्यों नहीं?
जब कि यह राम राज्य की सरकार कही जाती है. इन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि भाजपा अपने संकल्प पत्र में गारंटी योजना के तहत पुरानी पेंशन दे.
ऐसा होने पर देश के कर्मचारी समाज में एक खुशी की लहर दौड़ जायेगी. इस बैठक में गोविंद जी, राजेश सिंह, श्याम नारायण शुक्ल, इजहार,
फुलाई पासवान, ओंकार नाथ राय, अनूप कुमार, बंटी श्रीवास्तव, विजय शर्मा, जामवंत पटेल, वरुण वैरागी, महेंद्र चौहान, प्रभु दयाल सिन्हा आदि उपस्थित रहे.