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जहां एक तरफ सरकार लोगों को रोजी-रोटी देकर उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने में जी जान से लगी हुई है, वहीं मुख्य अभियंता एवं उनके अधीनस्थ अधिकारियों

द्वारा लगातार अवैध नियुक्तियों को छुपाने में जान लगाकर सत्य को असत्य बताने के साथ-साथ शासन प्रशासन एवं सरकार को भी गुमराह करने में लगे हैं.

सत्य यह भी है कि यदि मुख्य अभियंता गंडक स्तर पर इमानदारी से इस प्रकरण की जांच हो जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.

परंतु अज्ञात कारणों से मुख्य अभियंता स्वयं अपने अधिकारियों को बचाने में लगे हुए हैं जबकि मुख्य अभियंता के संज्ञान में भली-भांति है कि

जोन स्तर पर वर्ष 1990 में इन कर्मचारियों को निकालने के बाद 1991 से लेकर 2005 तक दैनिक वेतन भोगीकर्मियों के शासनादेश के विरुद्ध गंडक बाढ़ मंडल गोरखपुर,

गंडक सिंचाई कार्य मंडल प्रथम एवं द्वितीय एवं गंडक बाढ़ मंडल बलिया और गंडक बाढ़ मंडल बस्ती के विभिन्न खंडों, उपखंडों में  अवैध नियुक्तियां की गई है.

जबकि इस संघ ने इन समस्त अवैध नियुक्तियों की छायाप्रति के साथ-साथ बोनस प्राप्त /240 दिवस से अधिक वास्तविक दैनिक वेतन भोगीकर्मियों की

एक सूची माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों के साथ मुख्य अभियंता गंडक एवं संबंधित अधीक्षण अभियंताओं एवं अधिशासी अभियंताओं को भी प्रेषित/स्थानांतरित,

उनके द्वारा याचीगणों से मांगे जाने पर दे दी गई हैं, रजिस्ट्री भी की गई है फिर भी ना तो माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों का पालन हुआ

और ना ही प्रशासन में ही समुचित उत्तर दिया गया और ना ही अवैध नियुक्तियों की सूची शासन प्रशासन को दी गई जिसके कारण प्रशासन कोई निर्णय नहीं ले पा रहा है.

जैसा कि दिनांक 20 मार्च, 2023 को इस संघ ने याचीगणों/प्रतिनिधिमंडल के साथ अपर नगर मजिस्ट्रेट प्रथम से उनके अधीनस्थ कार्यालय

चकबंदी बंदोबस्त अधिकारी कार्यालय के प्रांगण में मिला तो उन्होंने मौखिक रूप से यह बताया कि ना तो मेरे पास कोई फाइल है और ना तो लगातार अनुस्मारक पर

अनुस्मारक देने के बाद भी सिंचाई विभाग के अधिकारी ना तो मेरे पास आ रहे हैं और ना तो इस प्रकरण के निस्तारण हेतु कोई पत्रक ही दे रहे हैं तो ऐसे में मै क्या विधिक निर्णय लूंगा.?

यह मामला सिंचाई विभाग का है, सिंचाई विभाग ही इसका निर्णय लेगा मैं क्या कर सकता हूं? ऐसे में संघ के पास एक ही रास्ता बचा था की अहिंसक,

लोकतांत्रिक कदम शांतिपूर्ण ढंग से उठाया जाए जिसके तहत यह संघ याचीगणों के साथ आज छठवे दिन क्रमिक अनशन पर मुख्य अभियंता गंडक के कार्यालय समक्ष बैठा है.

यदि इस प्रकरण का निस्तारण न्यायपूर्वक नहीं कर दिया जाता है तो पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार दिनांक 10 अप्रैल, 2023 से यह संघ याचीगणों के साथ आमरण अनशन करेगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी मुख्य अभियंता गंडक की होगी.

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