गोरखपुर: कार्यालय अधिशासी अभियंता दशम खंड उत्तर प्रदेश जल निगम गोरखपुर में भोजन अवकाश के समय गोरखपुर के अंतर्गत कार्यरत अधिकारियों/कर्मचारियों एवं सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने जल निगम परिवार के साथियों के साथ अपने बकाये वेतन और पेंशन की प्राप्ति के लिए सत्याग्रह प्रदर्शन किया है.
इसमें कई बुजुर्ग पेन्शनर जो 80 वर्ष के ऊपर के हैं, ने अपनी मांग और समस्याओं पर आपबीती पीड़ा को बताया है. सभी कार्मिक सत्याग्रह आंदोलन करते हुए माननीय मुख्यमंत्री से जल निगम कर्मियों एवं पेन्शनरों ने विगत 5 माह से बकाया वेतन/पेंशन का भुगतान न किए जाने के विरोध में अपना सत्याग्रह आंदोलन तीसरे दिन भी जारी रखा.
सभा को संबोधित करते हुए श्री कृष्ण शेखर श्रीवास्तव ने कहा कि जल निगम प्रशासन हमारा पेंशन खा जाना चाहता है. श्री धर्म प्रकाश महेश्वरी ने कहा कि-
“जल निगम प्रशासन पेंशन प्राधिकार पत्र तक जारी करना बंद कर दिया तथा जांच के नाम पर वेतन और पेंशन से लगातार कटौती हो रही है जिन्हें माननीय न्यायालय स्थगन दे रहा है.”
ऐसे में अब तक 350 से अधिक मुकदमे जल निगम पर हो चुके हैं. श्री संदीप कुमार सिंह ने कहा कि- “जल निगम के पुर्व सेवानिवृत्ति अध्यक्ष पर जल निगम सहित कार्मिक ढांचे को तहस-नहस करने का आरोप लगाते हुए जल निगम के सभी कार्यालय सहित अपने आवास पर करोड़ों रुपये फूंक डालने के जांच की मांग की.”
जबकि चन्द्र प्रकाश शर्मा ने प्रबंध निदेशक द्वारा नियुक्त सेवानिवृत्ति कॉन्सलट अजय कुमार अग्रवाल को विभाग से बाहर करने की मांग किया है.
बताते चलें कि अग्रवाल के गलत तरीकों से जल निगम के सभी कार्मिकों की वसूली हो रही है. कार्यक्रम में सभा की अध्यक्षता श्री धर्म प्रकाश महेश्वरी एवं संचालन चंद्र प्रकाश शर्मा ने किया.
सत्याग्रह आंदोलन में केशव बिहारी शरण श्रीवास्तव, राम नारायण सिंह, सत्य नारायण पांडे, एस पी श्रीवास्तव, कृष्ण शेखर श्रीवास्तव, जय प्रकाश पांडेय, संदीप कुमार सिंह, धर्म प्रकाश महेश्वरी, गोरखनाथ एवं लालमन चौरसिया आदि उपस्थित रहे.
(द्वारा-चन्द्र प्रकाश शर्मा मीडिया प्रभारी, जल निगम संघर्ष समिति)