गोरखपुर: सांस्कृतिक विभाग उत्तर प्रदेश व जिला प्रशासन गोरखपुर के संयुक्त तत्वाधान में 15 से 19 दिसंबर तक बाबा गंभीर नाथ प्रेक्षागृह में काकोरी बलिदान दिवस मनाया जा रहा है.
इस कार्यक्रम समारोह का शुभारंभ गुरुवार को सांस्कृतिक कार्यक्रमों से हुआ. समापन के शुभ अवसर पर 19 दिसंबर को ड्रोनों के माध्यम से ड्रोन अशोका आयोजन किया जाएगा.
आयोजकों ने ऐसा अनुमान लगाया है कि इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी संभावित है.
बता दें कि प्रदेश के उन छह जिलों में बलिदान दिवस मनाया जा रहा है जहां से काकोरी कांड के शहीदों का संबंध है.
प्राप्त सूचना के अनुसार स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित गाथा का ड्रोनों के माध्यम से प्रदर्शन किया जाएगा जिसमें साउंड भी होगा.
गोरखपुर में ऐसा कार्यक्रम पहली बार हो रहा है. इसके पहले ड्रोन शो दिल्ली और लखनऊ में हो चुके हैं.
लखनऊ में 500 ड्रोन थे लेकिन यहां 750 ड्रोन आसमान में स्वतंत्रता संग्राम की गाथा को दिखाएंगे.
काकोरी बलिदान दिवस क्या है?
इतिहास में इसे काकोरी ट्रेन एक्शन के रूप में जाना जाता है. इसमें अशफाक उल्ला खान, राजेंद्र लाहिड़ी, राम प्रसाद बिस्मिल तथा रोशन सिंह
जैसे क्रांतिकारियों ने स्वतंत्रता आंदोलन को चलाने के लिए काकोरी में ट्रेन रोककर 9 अगस्त, 1925 को सरकारी खजाना लूट लिया था.
ब्रिटिश सरकार ने इन्हें पकड़ कर 19 दिसम्बर, 1927 को फांसी दे दी. उन्हीं की स्मृति में इन क्रांतिकारियों से जुड़े स्थलों को गोंडा, गोरखपुर, इलाहाबाद आदि पर बलिदान दिवस के रूप में मनाया जा रहा है.