गोरखपुर: असुरन-पादरी फोरलेन की जद में आ रहे व्यापारी और निजी भवनस्वामियों ने मंगलवार को जेल रोड स्थित हनुमान प्रसाद पोद्दार के मूर्ति के पास बैठक कर माननीय मुख्यमंत्री जी तक अपनी मांग को रखने की चर्चा की.
बैठक में चर्चा की गई की असुरन-पिपराइच फोरलेन परियोजन डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) इंडियन सड़क कांग्रेस (IRC) के मानकों के अनुरूप नहीं बनाया गया है.
इसमें जरूरत से अधिक भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है जिससे न केवल सरकार को राजस्व की हानि हो रही है बल्कि व्यापारियों एवं भवन स्वामियों को अत्यधिक नुकसान हो रहा है.
ऐसी दशा में व्यापारियों एवं निवासियों का अनुरोध और सुझाव है इस डीपीआर में संशोधन किया जाए और असुरन से पादरी बाजार तक फोरलेन की बजाए टूलेन किया जाए.
असुरन से मेडिकल और असुरन से कौवाबाग, जेल बायपास से पादरी जाने वाला रास्ता फोरलेन हो चुका है जिससे ट्रैफिक लोड बंट चुका है.
ऐसे में इस रोड को फोरलेन करने का कोई मतलब नहीं है. असुरन व्यापार मंडल के समन्वयक रामरतन ने बताया कि लाल निशान लग जाने से असुरन से पादरी बाजार तक के सभी
व्यापारी और भवन स्वामियों में काफी डर और मानसिक तनाव है, व्यापारी आपस में मिलकर एक दूसरे का हौसला अफजाई भी कर रहे हैं.
इस दौरान बब्लू गुप्ता, सुग्रीव वैश्य, दीपू दुबे, अभिषेक गुप्ता, चंद, श्रीराम, देवेंद्र सिंह, मोहसिन खान, अविनाश, बैजनाथ, राजेश, हरि नारायण, राम चंद्र, सतीश तिवारी आदि समेत सैकड़ों व्यापारी और मकानवासी शामिल थे.