बासगाँव: मिली सूचना के मुताबिक मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर के बासगांव क्षेत्र में पुलिस का एक और खतरनाक रवैया सामने आया है.
दरअसल दो परिवारों के आपसी रंजिश तथा जातिगत दबंगई के चलते चौदह वर्षीय दलित बच्चे शुभम को पुलिस ने गिरफ्तार करके न केवल जेल में डाला बल्कि उसे बुरी तरह पीटा भी.
उसकी हालत खराब होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया किन्तु उसकी जान नहीं बच पाई. इस विषय में सपा जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने कहा कि
मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर के बासगाँव थाना अंतर्गत बिशुनपुर कौड़ीराम निवासी 14 वर्षीय शुभम की बासगाँव थाने पर हुई पुलिसिया पिटाई से मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई.
उक्त दलित नाबालिग को बासगाँव पुलिस ने बेरहमी से पिटाई कर जेल में डाल दिया था, जेल में स्थिति खराब होने पर उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई.
घटना का संज्ञान लेते हुए सपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि- “भाजपा सरकार में अपराध चरम पर है, लुट, हत्या, बलात्कार की घटनाओं को रोक पाने में यह सरकार पूरी तरह विफल हो गई है.“
भाजपा सरकार में पुलिस प्रशासन सिर्फ अपराध रोक न पाने की अपनी असफलता को छुपाने के लिए जनता व विपक्ष के लोगों को परेशान करने को ही अपनी उपलब्धि मान रहा है.
जिलाध्यक्ष ने जिला प्रशासन व सरकार से घटना के दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा लिखकर सख्त से सख्त कार्रवाई करने और बच्चे के परिजनों को 10 लाख मुआवजा देने की मांग सरकार से किया है.
अगर मृत बच्चे के परिजनों के साथ न्याय नहीं हुआ तो समाजवादी लोग सड़क पर आकर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी.