‘जन आक्रोश रैली’ निकालने वाले नेता श्रवण निराला जेल से छूटने के बाद लगाया बड़ा आरोप

अंबेडकर जन मोर्चा के नेता श्रवण कुमार निराला जो गरीबों, भूमिहीनों तथा दलितों को एक-एक एकड़ जमीन दिलाने के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं.

इन्होंने 29 जनवरी, 2024 को जन आक्रोश रैली निकालने की घोषणा किया था. किंतु 27 जनवरी को ही गोरखपुर की पुलिस ने लगभग रात के 12:00 बजे गिरफ्तार करके जेल भेज दिया.

ऐसे में यह आंदोलन स्थगित कर दिया गया किंतु जेल से छूटने के बाद श्रवण कुमार निराला ने पुलिस तथा योगी सरकार पर कड़ा निशाना साधा है.

निराला ने कहा है कि-“गोरखपुर की पुलिस ने मुझे रात में लगभग 12 बजे उ.प्र.सरकार के आदेश पर दबाव बनाने के लिए गिरफ्तार किया था.

लेकिन मै भयभीत नहीं हूँ. दलित, पिछड़े, गरीब भूमिहीनों को प्रति परिवार एक-एकड़ जमीन दिलाने की लड़ाई जारी रखूँगा.

मैंने ‘अम्बेडकर जन मोर्चा’ के बैनर तले 29 जनवरी, 2024 को चौरी-चौरा से गोरखपुर तक ‘जन आक्रोश मार्च ” निकालने का ऐलान किया गया था.

जन आक्रोश मार्च को रोकने के लिए ही मुझे गिरफ्तार किया गया गया था. DM और SSP विगत कई दिनों से मेरे ऊपर मार्च ना करने का दबाव बना रहे थे, हम प्रशासन के दबाव में नहीं आये तो हमारी गिरफ्तारी कर ली गई.

हमारी गिरफ्तारी जब हुई तो मेरा फोन पुलिस ने स्विच ऑफ कर दिया, किसी को बताने तक का मौका नहीं दिया, मेरे घर वाले या मेरे साथियों को भी सूचना नहीं दी गई.

एक तरह से पुलिस ने मेरा अपहरण किया था. ऐसी स्थिति में सरकार के इशारे पर कभी भी मेरे साथ पुलिस कोई भी अप्रिय घटना कर सकती है या पुलिस पेशेवर अपराधियो से मेरे ऊपर जान लेवा हमला करा सकती है. 

मै बता देना चाहता हूँ कि यदि मेरे साथ कोई भी घटना होती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार और गोरखपुर प्रशासन की होगी.

हम दलित, पिछड़े, गरीब, भूमिहीनों की लड़ाई लड़ेंगे, संघर्ष जारी है, अगली रणनीति की घोषणा शीघ्र करेंगे.

Leave a Comment

Translate »
error: Content is protected !!