- सहारा व पल्स कंपनियों में करोड़ों का अरबों रुपए फंसे दिलाए सरकार-निर्मला
गोरखपुर: जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष निर्मला पासवान, महानगर अध्यक्ष आशुतोष तिवारी के नेतृत्व में जिलाधिकारी के मार्फत राज्यपाल को ज्ञापन भेजा है.
अपर नगर मजिस्ट्रेट आशुतोष सिंह को ज्ञापन सौंपते हुए मांग किया कि सहारा और पल्स कंपनियों ने करोड़ों लोगों का पैसा आरडी, एफडी व अन्य योजनाओं में भारी मुनाफे का लालच देकर जमा करवाया.
गरीब व सामान्य वर्ग के लोगों ने अपने बेहतर भविष्य, बेटियों की शादी आदि के लिए अपनी मोटी कमाई सहारा में जमा कराई जो निश्चित मियाद पूरी होने के बाद भी वर्षो से उन्हें नहीं मिल पा रही है.
उत्तर प्रदेश का कोई ऐसा जिला या क्षेत्र अछूता नहीं है जहां गरीब और सामान्य वर्ग के लोगों का पैसा सहारा में ना फँसा हो.
निवेशक पिछले चार-पांच साल से लगातार इन कंपनियों के चक्कर लगा रहे हैं. सहारा की शाखाओं में जाने पर वहां मौजूद लोग पैसा मिल जाएगा, कह कर टाल देते हैं.
पिछली सरकारों ने उन लोगों की कोई सुध नहीं ली जिनके सहारा कंपनियों में पैसे फंसे हुए हैं जो उन्हें उनकी जरूरत के समय तो नहीं मिल पाए और जिनके अभी मिलने की कोई संभावना नहीं है.
सहारा में तो इस कंपनी के लगभग दो लाख कर्मचारियों तक का पैसा तक फंसा हुआ है परंतु सरकार के पास ऐसा कोई डेटा नहीं है,
जिससे यह पता चल सके कि प्रदेश के कितने लोगों को पैसा है.? इन कंपनियों में जब सेबी ने जांच शुरू की तो ज्ञात हुआ कि कई निवेशक फर्जी थे,
बाकी कंपनियों का दूर-दूर तक पता नहीं था. सहारा इंडिया रियल एस्टेट कारपोरेशन लिमिटेड, सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड.
कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने मांग किया कि सरकार सहारा व पल्स कंपनियों में निवेश करने वाले प्रदेश के गरीब व अन्य मध्यमवर्गीय लोगों को सूचीबद्ध कर तत्काल उनका पैसा वापस कराये.
ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष निर्मला पासवान, महानगर अध्यक्ष आशुतोष तिवारी, मनोज सिंह, एसपी सिंह, संजय सिंह, संजय चौबे, घटोकच्छ शुक्ला, राधिका सहित अन्य लोग मौजूद रहे.