- महारैली को सफल बनाने के लिए कर्मचारी कमर कस कर रहे तैयार– रूपेश
- पेंशन के बिना बुढ़ापे में कर्मचारी भीख मांगने को होगा मजबूर– राजेश सिंह
गोरखपुर: 7 जून/ राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष रूपेश कुमार श्रीवास्तव, संरक्षक बरूण वर्मा बैरागी, कार्यवाहक अध्यक्ष इंजीनियर रामसमुझ,
वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश सिंह, उपाध्यक्ष मदन मुरारी शुक्ल ने एक साझा बयान जारी कर बताया कि लखनऊ में होने वाली हुंकार महारैली के तिथि में परिवर्तन कर दिया गया है.
अब यह महारैली 21 जून के बजाय 27 जून को लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेडियम में होगी. राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिला अध्यक्ष रूपेश कुमार श्रीवास्तव ने
“सभी कर्मचारियों और सभी संगठनो से अपील किया कि आप सभी संगठनिय भेदभाव बुलाकर अपने बुढ़ापे की रक्षा और भविष्य की सुरक्षा हेतु 27 जून को लखनऊ पहुंचे.
तभी हम सभी कर्मचारियों की इज्जत बचेगी वरना यह सरकार एक-एक करके आपके सारे अधिकारों को छीन लेगी.”
कार्यवाहक अध्यक्ष इंजी. राम समझ ने कहा कि पुरानी पेंशन की मांग पर सरकार बार-बार वित्तीय अधिभार का हवाला देती है, तो हम सभी कर्मचारी समाज
सरकार को यह सुझाव देना चाहते हैं कि वह जितने भी करोड़पति वर्तमान व पूर्व सांसद विधायक हैं उनकी पेंशन व सारी सुविधाओं को बंद करें जिससे सरकार के खजाने को काफी लाभ पहुंचेगा.
तमाम फिल्म स्टार व अन्य सेलिब्रिटी सांसद विधायक बनकर मुफ्त की पेंशन व सुविधाएं ले रहे हैं. जिनके पास अन्य तरीकों से अरबों-खरबों रुपया आता है, उन्हें पेंशन और सुविधाओं की क्या आवश्यकता है.?
सरकार उनकी पेंशन समाप्त कर कर्मचारी समाज की बहु प्रतीक्षित मांग पुरानी पेंशन बहाल करे.वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश सिंह ने कहा अभी भी वक्त है.
हम अपने अधिकारों के लिए प्राण–प्रण से जुट जाएं नहीं तो कर्मचारी समाज को पेशन बिना बुढ़ापे में भीख मांगने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचेगा.
अभी भी एनपीएस के तमाम ऐसे कर्मचारी हैं जो रिटायर होने के बाद कचरा बीन रहे हैं. सब्जी का ठेला लगा रहे हैं, ऑटो रिक्शा चला रहे हैं.
इसलिए 27 जून को होने वाले हुंकार महारैली के लिए सभी कर्मचारी एक होकर लखनऊ के लिए कुच करें. संरक्षक वरुण वर्मा बैरागी और उपाध्यक्ष मदन मुरारी शुक्ल ने भी सभी कर्मचारियों से 27 जून को लखनऊ पहुंचने की अपील किया.