गोरखपुर: ऑपरेशन त्रिनेत्र तथा ‘हर घर कैमरा योजना’ गोरखपुर शहर में किस तरह से अपराध को रोकने में मददगार साबित हो रही है,
इसका जीता जागता उदाहरण 12 वर्षीय लापता युवक को खोजने के बाद मिल रहा है. इसकी पहल एडीजी जोन अखिल कुमार के निर्देश पर हुई थी.
बता दें कि ऑपरेशन त्रिनेत्र अभियान के तहत लगे हर घर कैमरे की मदद से ट्रांसपोर्ट नगर चौकी इंचार्ज कुंवर गौरव सिंह को सफलता हाथ लगी है.
7 फरवरी को घर से लापता 12 वर्षीय बालक की गुमशुदगी को लेकर परिजनों ने राजघाट थाने पर 8 फरवरी को मुकदमा पंजीकृत कराया था.
घटना की गंभीरता को देखते हुए राजघाट थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह ने बालक के तलाश के लिए ट्रांसपोर्ट नगर चौकी इंचार्ज कुंवर गौरव सिंह को लगाया.
कुंवर गौरव सिंह ने सैकड़ों सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद आखिर बालक को 30 घंटों के भीतर सकुशल बरामद करने में सफलता हासिल कर लिया है.
एक मां के कलेजे को ठंड तब पहुंची जब उसके जिगर के टुकड़े को पुलिस ने ढूंढ कर उसके हवाले किया. खोये हुए बच्चे को पाकर उस मां की आंखें खुशी से ढबढबा गई.
राजघाट थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह के निर्देश पर गठित टीम में उपनिरीक्षक कुंवर गौरव सिंह, कांस्टेबल पवन यादव कांस्टेबल,
दीपक कुशवाहा की मेहनत के अथक प्रयास के बाद रंग लाई. 12 वर्षीय बालक को सकुशल पाकर परिजनों ने गोरखपुर पुलिस की भूरी भूरी प्रशंसा किया है.