(अब्बास अली, ब्यूरो चीफ कुशीनगर की रिपोर्ट)
बस्ती जिले में तैनात दारोगा व सिपाहियों ने महराजगंज जिले के रहने वाले सर्राफ व उनके मुनीम से लूट की थी. सीसी टीवी कैमरे की फुटेज व सर्विलांस की मदद से गोरखपुर पुलिस ने
गुरुवार की सुबह दारोगा समेत पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया. इनके कब्जे से घटना में इस्तेमाल हुई बोलेरो, लूटी गई रकम व गहने बरामद हुए हैं.
वारदात में शामिल एक अन्य सिपाही की तलाश चल रही है. सभी आरोपितों से पुलिस पूछताछ कर रही है, दो मुखबीरों को महाराजगंज से पकड़ा गया है.
महराजगंज जिले के निचलौल के निवासी सराफा कारोबारी तारकेश्वर वर्मा के भाई दीपक और दूसरे कारोबारी गौतम वर्मा के कर्मचारी रामू वर्मा बुधवार को गहनों की खरीददारी करने बस से लखनऊ जा रहे थे.
दीपक के पास 11.10 लाख रुपये नकद व करीब पांच लाख रुपये का सोना व रामू के पास 6 लाख रुपये नकद व करीब 8 लाख रुपये सोना (जेवरात गलाकर तैयार किया गया सोना) था.
दोनों एक ही बैग में रुपये व सोना लेकर जा रहे थे, गोरखपुर में रेलवे बस स्टेशन पर वर्दीधारी दारोगा व दो सिपाहियों ने उन्हें पकड़ लिया.
उन्होंने तस्करी करने का आरोप लगाते हुए कार्मल स्कूल की तरफ ले गए, पूछताछ करने के बहाने वहां से टेंपों में बैठाकर नौसढ़ ले गए, जहां पिटाई करने के बाद गहने व रुपये से भरा बैग छीन लिया.
रेलवे बस स्टेशन, कार्मल रोड, नौसढ़ व सहजनवां में लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच में मिले फुटेज के आधार पर पुलिस टीम बस्ती पहुंची.
सर्विलांस की मदद से पुरानी बस्ती थाने पहुंच घटना में इस्तेमाल बोलेरो के साथ ही वारदात को अंजाम देने वाले दारोगा व दो सिपाहियों को दबोच लिया.
दीपक व रामू ने फोटो देखकर वारदात को अंजाम देने वाले दारोगा व सिपाहियों को पहचान लिया. आरोपितों से पूछताछ करने पर पता चला कि उन्होंने लूट की कई घटनाओं को अंजाम दिया है.
लूट का खुलासा होने से परिजनों ने ली राहत की सांस:
लूट के बाद दोनों कारोबारियों के परिजन सकते में आ गए थे, गुरुवार को पुलिस टीम द्वारा लूट का खुलासा किए जाने की सूचना पर रामू वर्मा व दीपक वर्मा के परिजनों ने राहत की सांस ली.
दीपक के पिता राजनारायण ने पुलिस की कामयाबी की सराहना की है, उन्होंने बताया कि उनके बेटे के साथ हुई घटना से वे लोग अवसाद में थे. लेकिन जब लूट के खुलासा की सूचना मिली है तो जान में जान आई है.