कहते हैं व्यक्ति की स्वतंत्रता उससे ना जाने क्या-क्या कहलवा देती है और क्या-क्या करवा देती है.? कुछ इसी तरह का अजब-गजब हाल गोरखपुर के रहने वाले राजन यादव उर्फ अर्थी बाबा का है.
राजनीति में इस कदर सक्रिए हैं कि इन्होंने सभासद से लेकर राष्ट्रपति तक का चुनाव लड़ लिया है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 फरवरी में होने जा रहा है और अभी से राजनैतिक दल अपने-अपने ढंग से प्रत्याशियों के पक्ष में जनता से वोट मांगने का काम करना प्रारंभ कर दिया है.
अगर देखा जाए तो नेता भीड़भाड़ और लग्जरी गाड़ियों से अपना प्रचार करते रहे हैं किन्तु अर्थी बाबा के चुनाव प्रचार करने का ढंग सबसे अलग है.
दरअसल जैसे मृत शरीर को चार व्यक्ति कंधा देकर श्मशान घाट पहुंचाते हैं वैसे ही अर्थी बाबा अर्थी पर बैठकर जनता के बीच जाते हैं और अपने पक्ष में उनसे मतदान करने के लिए अपील करते हैं.
इस बार भी इन्होंने कमर कस लिया है विधान सभा चुनावी समर में उतरने के लिए हालांकि इस बार इनका मुद्दा बिल्कुल अलग है.
इन्होंने गले में सेनेटरी पैड की माला पहन रखा है और लोगों के बीच खासकर महिलाओं के सामने वोट मांगते हुए यह कह रहे हैं कि
आज संपूर्ण विश्व में कैंसर की बीमारी महिलाओं पर पूरी तरीके से छाई हुई है जिसके पीछे मुख्य वजह उनके द्वारा सेनेटरी पैड का इस्तेमाल ना करना है.
उनके पास पैसे नहीं है किसान, मजदूर जो अपने बिजली का बिल नहीं भर पाता वह महीने का ₹800 कैसे खर्च करेगा.?
जो सरकार लाखों करोड़ों रुपए की योजनाएं बनाकर पैसा पानी की तरह बहाते हैं उन्हें महिलाओं के कल्याण से कुछ भी लेना देना नहीं है.
ऐसे में जो नेता महिलाओं के स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे सकते वह देश का विकास क्या करेंगे? फिलहाल अर्थी बाबा का कहना है कि-
“यदि वे चुनाव जीत गए तो अपने वेतन से मुफ्त में महिलाओं को सेनेटरी पैड बाटेंगे. चुनाव हार गए तो भीख मांग कर उनकी जरूरत को पूरा करेंगे.”
अपने पोस्टर के माध्यम से यह संदेश भी लिखकर दे रहे हैं कि जनता उन्हें समझे और चुने ताकि लोक कल्याण को बेहतर ढंग से स्थापित किया जा सके.
अर्थी बाबा विशेष तथ्य:
अर्थी बाबा पहली बार 2007 में अपनी किस्मत आजमाने के लिए पिपराइच सीट से विधान सभा चुनाव में उतरे.
तब से लेकर अब तक इन्होंने 13 बार चुनाव लड़ा है जो सभासद से लेकर राष्ट्रपति तक का सफर तय किया है हालाँकि उन्हें जीत नहीं मिल सकी है.