- भागीदारी पार्टी सभी के लिए खुला विकल्प है: प्रेमचंद प्रजापति
गोरखपुर: शहर के रानीडीहा, पी. एन. पब्लिक स्कूल में भागीदारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम चन्द्र प्रजापति वंचित, शोषित जन जागरण महारैली को
बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कहा कि भागीदारी पार्टी उन वंचित, शोषित समाज की लड़ाई लड़ रहा है जिन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ आज तक नहीं मिला है.
वह केवल वोट देने की मशीन बनकर रह गए हैं. उन्हें सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक क्षेत्र में मजबूत करने के लिए भागीदारी पार्टी ने अभियान चलाया है.
प्रजापति जी ने 2024 लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत कहा कि भागीदारी पार्टी सभी के लिए खुला विकल्प है जो हमारे मुद्दे के साथ समझौता करना चाहता है,
हम उनके साथ हैं नहीं तो भागीदारी पार्टी उत्तर प्रदेश के 80 लोकसभा सीटों पर और भारत के अन्य राज्यों में चुनावी मैदान में है.
हम चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश में जातिवार जनगणना कराई जाए. बिहार की तर्ज पर शराब बंद करके मतदाता पेंशन लागू किया जाए.
गरीबों को बिजली, पानी, दवाई मुफ्त मिले, देश में एक समान अनिवार्य शिक्षा लागू किया जाए. सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट को लागू करके पुरानी पेंशन बहाल कराई जाए.
महिलाओं को 50% आरक्षण मिले ताकि उपेक्षित समाज की भी भागीदारी सुनिश्चित हो सके. भाजपा अति पिछड़े अति दलित विरोधी पार्टी है.
देश के प्रधानमंत्री कहते हैं कि हम पिछड़े हैं लेकिन पिछड़ों की हिस्सेदारी नहीं देना चाहते. यदि वह वास्तविक रूप से पिछड़े होते तो पिछड़ों के
27 प्रतिशत आरक्षण को बढ़ाकर 50% क्यों नहीं कर रहे हैं, देश में जातिवार जनगणना क्यों नहीं करा रहे हैं, इनकी मनसा साफ नहीं है.
पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव डॉ महेश चंद्रा प्रजापति बतौर विशिष्ट अतिथि संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में योगी सरकार फेल है.
भाजपा के साढ़े छ वर्ष के कार्यकाल में प्रजापति समाज में 96 हत्या हो चुकी हैं लेकिन इस समाज को इन हत्याओं में न्याय नहीं मिला.
यही स्थिति अन्य समाज में भी है, सूबे के मुख्यमंत्री योगी जी कहते हैं हमने उत्तर प्रदेश में रोजगार देने का कार्य किया है.
किन्तु 69,000 शिक्षक भर्ती में 5,844 पद पिछड़ों का खा लिया गया, फिर भी कोई पिछड़ी जाति का नेता बोलने को तैयार नहीं है.
इस प्रदेश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी और महंगाई चरम उत्कर्ष पर है, यह सरकार महंगाई और रोजगार देने में विफल है.