city news
  • ईंट भट्ठा मालिकों ने प्रदूषण विभाग से नहीं ली थी एनओसी/सहमति
  • प्रदूषण रहित धुआं छोडऩे वाला यंत्र भी नहीं लगाया था.

सहजनवा क्षेत्र में चल रहे अवैध ईट भट्ठा मालिकों के विरुद्ध प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए कार्यवाही किया है. मिली जानकारी के मुताबिक मिट्टी की स्वच्छता का प्रमाण पत्र नहीं लेने सहित

अन्य कई खामियों को लेकर संयुक्त रूप से स्थानीय प्रशासन और प्रदूषण विभाग की टीम ने कार्रवाई किया है. इस विषय में क्षेत्रीय प्रदूषण विभाग की ओर से बताया गया कि

जिले में 217 अवैध भट्ठे चिहिनत किए गए हैं. सहजनवां तहसीलदार केशव प्रसाद के नेतृत्व में तथा प्रदूषण विभाग के रजनीश सिंह टीम के साथ नंदापार, जैतपुर, ककना, नगवां गांव में पहुंचे.

उन्होंने पहले भट्ठों का निरीक्षण किया और इसके बाद बुलडोजर से कार्रवाई किया है. कार्रवाई के दौरान बनाए गए ईंटों को क्षतिग्रस्त किया गया. साथ ही हिदायत भी दी गई कि अगर दोबारा ऐसा किया गया तो कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.

अधिक मुनाफा के कारण चल रहा है अवैध कारोबार:

ईंट के व्यापारियों से जुड़े लोगों का मानना है कि ईंट के व्यवसाय में काफी मुनाफा है. यही कारण है कि सारे नियम ताक पर रखकर अवैध ईंट भट्ठा संचालित किया जाता है.

अवैध ईंट भट्ठे से सरकार के राजस्व को नुकसान तो हो ही रहा है, साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है. इसमें राजस्व, पानी, मिट्टी, चोरी की बिजली का भी जमकर इस्तेमाल होता है.

इसके कारण भू जल स्तर को नुकसान पहुंचता है. सहजनवां तहसील में आठ अवैध भट्ठों पर कार्रवाई की गई है. अभी 200 से ऊपर भट्ठों पर कार्रवाई होनी है.

इस सम्बन्ध में रीजलन पॉल्युशन ऑफिसर पंकज यादव ने कहा है कि आगे भी लगातार टीम कार्रवाई करती रहेगी.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here