- घटतौली व अनियमितता में पकड़े गए कोटेदार
- शिकायत प्राप्त कोटेदारों के यहां बारी-बारी पड़ेगा छापा-डीएम
गोरखपुर: प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप जीरो टॉलरेंस पर
आफिसों व सार्वजनिक वितरण प्रणालियों में कार्य हो जिससे जनपद का छवि प्रदेश ही नहीं देश में बेहतर जनपद की श्रेणी में गिना जा सके इसके लिए डीएम गोरखपुर लगातार प्रयत्नशील हैं.
कोटेदारों के यहां घटतौली व अनियमितता की उपभोक्ताओं द्वारा शिकायत मिल रही थी, डीएम ने गोपनीय जांच कराने के बाद आज कोटेदारों के यहां छापा डलवाया.
आज बुधवार सुबह 6:30 बजे जनपद के समस्त तहसीलों के एसडीएम व तहसीलदार के साथ जिलाधिकारी सभागार में बैठक कर उनके नेतृत्व में टीमे गठित कर टीमों को शिकायत प्राप्त
सार्वजनिक वितरण प्रणाली राशन कोटेदार के यहां औचक निरीक्षण करने के लिए भेजा जहां एसडीएम व तहसीलदार अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुये घटतौली अनियमितता बरतने वालों को रंगे हाथों पकड़ा है.
सरकार की तरफ से गरीबों को फ्री में राशन सामग्री उपलब्ध कराई जा रहा है ताकि प्रदेश का कोई भी गरीब भूखे पेट न सोए लेकिन जनपद के कुछ कोटेदार घटतौली कर उपभोक्ताओं को चूना लगाकर मालामाल हो रहे हैं.
यही नहीं कोटेदारों द्वारा प्रति यूनिट 5 किलो राशन देने का सरकार द्वारा आदेश है. अगर एक परिवार में पांच यूनिट है तो 25 किलो राशन
उपभोक्ता को मिलना चाहिए लेकिन कोटेदार द्वारा प्रति यूनिट राशन ना देकर 5 किलो राशन हड़पने का कार्य करता है.
एक तरफ कोटेदार घटतौली कर 1 किलो की जगह 900 ग्राम या 800 ग्राम उपभोक्ता को राशन दे रहा है दूसरी तरफ लगभग हर उपभोक्ता का एक यूनिट कम देकर हजारो रुपए का चूना लगा रहे हैं.
हालाँकि सरकार हर कोटेदार को प्रति कार्ड के हिसाब से कमीशन फिक्स किया है ताकि कोटेदार के परिवार का जीविकोपार्जन बेहतर तरीके से चल सके
लेकिन कोटेदार अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं और उपभोक्ताओं को चूना लगाने का कार्य कर रहे हैं.
जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने आम जनमानस की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए सुबह 6:30 बजे जनपद के समस्त उप जिलाअधिकारियों व
तहसीलदारों के साथ दस-दस लेखपालों की टीम को जिलाधिकारी सभागार में बैठक कर शिकायत प्राप्त कोटेदारों के यहां औचक निरीक्षण करने के लिये रवाना किया जिससे घटतौली व अनियमितता पकड़ी जा सके.
सदर तहसील के अंतर्गत कोटेदार ग्राम साहेल औरंगाबाद में, एसडीएम सदर कोटेदार ग्राम कुशवाहा में,
तहसीलदार सदर सहजनवा तहसील में राम कोटेदार ग्राम पाली में एसडीएम सहजनवा विजय प्रताप सिंह ग्राम कैली में,
तहसीलदार सहजनवा कैम्पियरगंज में, कोटेदार ग्राम जंगल बब्बन में एसडीएम कैंपियरगंज कोटेदार ग्राम बजही में,
प्रभारी तहसीलदार कैम्पियरगंज चौरीचौरा में लोरिक प्रसाद कोटेदार ग्राम रसूलपुर बलूधटटा टोला में, एसडीएम चौरीचौरा शंभू निषाद कोटेदार ग्राम बोहाबार में,
तहसीलदार चौरीचौरा खजनी में राहुल सिंह कोटेदार ग्राम महमूदपुर में, एसडीएम खजनी सुनीता देवी पत्नी राम प्रकाश कोटेदार ग्राम रसूलपुर बाबू में,
तहसीलदार खजनी बांसगांव में प्रेमलता पत्नी गौरी कोटेदार ग्राम करवल मझगवां में, एसडीएम बांसगांव रामानंद कोटेदार ग्राम इटकौली में,
तहसीलदार बांसगांव गोला में ग्राम मदरहा में, एसडीएम गोला ग्राम नेवादा में तहसीलदार गोला को भेजा गया.
प्रत्येक टीम के साथ 10-10 लेखपाल उक्त ग्राम सभाओं में लाभार्थियों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 तथा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना
अंतर्गत वितरित राशन के घटतौली एवं अनियमितता की जांच कर पता लगाया कि उक्त कोटेदार द्वारा निर्धारित यूनिट के हिसाब से
राशन वितरण करते हुए किसी प्रकार की घटतौली नही किया गया है और लाभार्थी उक्त गांव में ही निवास करता है.
घटतौली या अनियमितता में पकड़े गए कोटेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कहा कि
सप्लाई विभाग के मार्केटिंग अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए कोटेदारों के यहां बराबर निरीक्षण करते रहें जिससे कोटेदार अनियमितता ना कर सके.
पकड़े गए कोटेदारों के क्षेत्रीय सप्लाई मार्केटिंग अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और उनका उत्तरदायित्व निर्धारित होगा कि उनके क्षेत्र में कोटेदारों द्वारा अनियमितता क्यों पाई गई.?
डीएम ने कहा कि जनपद में प्रत्येक कार्यालय या सार्वजनिक वितरण केंद्र के कर्मचारियों को जीरो टॉलरेंस पर कार्य करना ही होगा
जिससे गोरखपुर की छवि बेहतर हो सके और आम नागरिकों के समस्याओं का समयबद्ध तरीके से बिना किसी बाधा के निस्तारण हो सके.
बैठक व जांच में एडीएम प्रशासन पुरुषोत्तम गुप्ता ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, एसडीएम सदर कुलदीप मीना, एसडीएम चौरीचौरा रजत वर्मा,
एसडीएम गोला रोहित मौर्य, एसडीएम कैंपियरगंज पंकज दीक्षित, एसडीएम खजनी पवन कुमार, एसडीएम बांसगांव दुर्गेश मिश्रा,
एसडीएम सहजनवा सुरेश राय, तहसीलदार सदर वीरेंद्र गुप्ता, तहसीलदार चौरीचौरा विकास सिंह, सप्लाई मार्केटिंग अधिकारी सहित अन्य संबंधित मौजूद रहे.
(दुर्गेश यादव की कलम से)