गोरखपुर: सीएम सिटी गोरखपुर में एक डॉक्टर ने गजब कारनामा कर दिखाया है जिसे जानकर आप भी चौंक जाएंगे.
जी हां, आप को बताते चलें कि रामपाल चौहान नामक पीड़ित जो पोस्ट भटौली बाजार बांसगांव, तहसील खजनी, गोरखपुर का निवासी है.
पीडित रामपाल चौहान बीते 8 अक्टूबर, 2022 को डॉक्टर तैयब डेंटल एंड मैक्सीलोफैसियल सेंटर जो कि अहमद हॉस्पिटल उंचवा गाजी रौजा गोरखपुर
पर जाकर मुंह के जबड़े का एक्स रे कराया जिसमें पता चला कि दो दांतो को उखाड़ने पड़ेंगे तब जाकर दर्द और मुंह में बनने वाला मवाज ठीक होगा.
ऐसे में मरीज ने अपनी हामी देकर दांत उखड़वाने के लिए तैयार हो गया. फिलहाल दांत उखाड़ने के बाद मरीज के बाएं हाथ में 3 इंजेक्शन लगाए गए जिसके लगते ही मरीज को असहनीय दर्द होने लगा.
इस विषय में जब डॉक्टर को बताया गया तो वह कुछ भी करने को तैयार नहीं हुआ. ऐसे में पीड़ित मरीज ने अपने भतीजे
रमेश को फोन करके इंजेक्शन लगने की बात बताई और उसने सिटी हॉस्पिटल गोरखपुर में ले जाकर भर्ती कर दिया.
समुचित जांच करने के बाद हॉस्पिटल की रिपोर्ट पर लखनऊ के केजीएमसी हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया जिसको लेकर मरीज अपना इलाज कर रहा है.
यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि डॉक्टर द्वारा दिए गए इंजेक्शन से मरीज का बाएं हाथ की तीन उंगलियां काली होकर पूरी तरीके से सुन्न हो गई हैं.
बाएं हाथ से विकलांगता का शिकार होने की वजह से मरीज का आत्मविश्वास जहां घटता जा रहा है, वहीं पुलिस और डॉक्टर के चक्कर लगा लगाकर दिनों दिन अपना मानसिक संतुलन खोता चला जा रहा है.
सूत्रों से पता चल रहा है, कि डॉक्टर द्वारा मरीज को कुछ पैसे देकर मैनेज करने का प्रयास किया जा रहा है.
मरीज के साथ घटित सम्पूर्ण प्रकरण को लेकर जब इंजेक्शन लगाने वाले डॉक्टर से संपर्क किया गया तो उन्होंने मीडिया का खबर लिखने में कोई रुचि नहीं दिखाई.
इन्होंने बड़ा ही रूखा सा जवाब दिया, इस तरह का गैर जिम्मेदार रवैया रखने वाले चिकित्सकों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाने की जरुरत है,
तभी समाज में एक सकारात्मक संदेश जाएगा अन्यथा इस मनोवृति वाले चिकित्सक ना जाने अभी कितने मासूम मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ करते रहेंगे.