भ्रष्टाचार के विरुद्ध 581 दिनों के ‘सत्याग्रह संकल्प’ का ऐतिहासिक सफर

  • भ्रष्टाचार पर हठधर्मीता, शासकीय तंत्र की बेशर्मी-शैलेंद्र मिश्र

गोरखपुर: मुख्यमंत्री के गृह नगर में तीसरी आंख मानवाधिकार संगठन द्वारा पीडब्ल्यूडी मुख्य अभियंता कार्यालय में कूट रचित

भ्रष्टाचार के विरुद्ध प्रचलित सत्याग्रह संकल्प के 581वें दिन के स्थलीय सत्यापन हेतु पत्रकारों की टीम उक्त धरना स्थल पर पहुंची.

वार्ता के दौरान सत्याग्रह संकल्प पर बैठे सत्याग्रहियों ने खुलासा किया कि अब तक न तो प्रशासनिक अमले ने संज्ञान लिया और न ही शासकीय तंत्र द्वारा कोई सार्थक पहल की गई.

यह एक अजीबोगरीब शासकीय तंत्र का दायित्व निर्वहन दिख रहा है जहाँ सरकारें भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस की दावेदारी करती है

वहीं मुख्यमंत्री के गृहनगर मे सीएजी रिपोर्ट के अनुसार अरबों रुपए के कारित कूटरचित भ्रष्टाचार एवं नाबालिग नियुक्ति, फर्जी नियुक्ति जैसे गंभीर प्रकरण पर अब तक की खामोशी समझ से परे है.

यह व्यवस्था के दोहरे नीति को उजागर करती है जो उनके कथनी और करनी के बीच व्यापक खाई को सत्यापित करती है.

इस विषय में संगठन के संस्थापक अध्यक्ष/ महासचिव शैलेंद्र कुमार मिश्र ने बताया कि यह भ्रष्टाचार पर हठधर्मी शासकीय तंत्र की बेशर्मी है.

इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि भ्रष्टाचारियों के आगोश में शासकीय तंत्र किस तरह से आकंठ डूबा हुआ है.

शासकीय तंत्र के गुप्तचर विभागों ने सत्याग्रह संकल्प के प्रति दिन के क्रियाकलापों को संज्ञान में देती आ रही है. किन्तु इस सत्याग्रह संकल्प को

शासकीय तंत्र द्वारा संज्ञान में नहीं लिया जाना शासकीय तंत्र के सत्य निष्ठा को संदिग्ध प्रमाणित करती है.

ऐसी सरकारों को लोक कल्याणकारी सरकार कहा जाना सार्थक प्रतीत नहीं हो रहा है. सत्याग्रह स्थल पर प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पांडे राजू,

प्रदेश संयोजक डी एन सिंह, प्रदेश संगठन मंत्री आरके श्रीवास्तव, जिला मंत्री राम चंद्र दुबे, राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य वीरेंद्र कुमार वर्मा, गिरजा शंकर नाथ, राजेश्वर पांडे,विनोद त्रिपाठी आदि सत्याग्रही उपस्थित थे.

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