गोरखपुर विश्वविद्यालय के संवाद भवन के पास फेकी गई शराब और बीयर की खाली बोतलें देखकर छात्र नेता सुशान्त शर्मा ने जमकर निशाना साधा.
कल जिस प्रकार से गोरखपुर विश्वविद्यालय के पावन प्रांगण में जो कि पूर्वांचल का ऑक्सफोर्ड कहा जाता है, उसमें बीयर की बोतलें पाई गई हैं.
यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर नशाखोरी का अड्डा बनता जा रहा है. यह कहीं ना कहीं विश्वविद्यालय की महिमा को खंडित कर रही है.
सोचने का विषय यह है कि जिस विश्वविद्यालय में पठन-पाठन का कार्य किया जाता हो, वहां पर आखिर इस तरह के नशेड़ी अराजक तत्व परिसर में घुसे कैसे?
यह कहीं ना कहीं नवनियुक्त मुख्य नियंता की लापरवाही का नतीजा है. संपूर्ण मामले को लेकर छात्र नेता सुशांत शर्मा ने चेतावनी दिया है कि
यदि इस तरह की कृत्य नहीं रोके गए तो मुख्य नियंता महोदय अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहेंगे. मुझे बताते हुए शर्म आ रही है कि यह पहली घटना है जहाँ खुलेआम अराजक तत्व हमारे विश्वविद्यालय की छवि को धूमिल कर रहे हैं.
हमने यह तय कर लिया है कि किसी भी सूरत में अपने विश्वविद्यालय की छवि को धूमिल नहीं होने देंगे चाहें इसके लिए संघर्ष कितना भी कड़ा करना पड़े.?