Gorakhpur: नरसिंहानंद के नफरती भाषणों के विरुद्ध इमामबाड़ा मुतवल्लियान कमेटी तथा हिंदू मुस्लिम एकता कमेटी के संयुक्त बैनर तले गोरखपुर के जिला अधिकारी को ज्ञापन दिया गया है.
इस मौके पर हिंदू-मुस्लिम एकता कमेटी के अध्यक्ष शाकिर अली सलमानी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मांग किया कि नरसिंहानंद जैसे लोग समाज में अपने नफरती भाषणों के जरिये जहर घोलने का काम कर रहे हैं.
हालाँकि बाबा नरसिंहानंद की गिरफ्तारी हुई है किन्तु कड़ी से कड़ी धारा लगाकर सजा देने की जरूरत है ताकि
वह बाहर आकर फिर ऐसी हरकत ना करे.
हम भारत के मुस्लमान भारत की संस्कृति हिंदू-मुस्लिम एकता, गंगा जमुनी संस्कृति को एक साथ लेकर चल रहे हैं. भारत आज पूरे विश्व में अग्रणी भूमिका निभा रहा है.
पैगंबर साहब के बारे में नरसिंहानंद ने जो बोला है वह हम मुसलमानों को स्वीकार नहीं होगी. जबकि इमामबाड़ा
मुतवल्लियान कमेटी के जिला अध्यक्ष सैयद इरशाद अहमद ने कहा कि-
“हमें उम्मीद नहीं थी कि एक धर्म गुरु के जबान से ऐसी बात निकलेगी. इस बयान से मुसलमानों के साथ हिंदुओं को भी तकलीफ है कि किसी भी पीर पैगंबर, देवी, देवता के बारे में इस तरह की बात नहीं बोलनी चाहिए.”
आज जो कुछ गाजियाबाद में हो रहा है उसे देखकर बहुत दुख हो रहा है कि हमारी एकता को खतरा है. इसलिए हम कड़ी से कड़ी सजा की मांग करते हैं. शांति, अमन तथा देश का भाईचारा बना रहे इसके लिए नरसिंहानंद को रासुका के तहत सजा दी जाए.
हाजी सोहराब खान महासचिव इमामबाड़ा मुतवल्लियान कमेटी ने कहा कि तरक्की करते भारत में इस तरह का बयान आना दुख का विषय है.
इस मौके पर मौलाना सादिक अली, कारी अब्दुल रऊफ, हाजी खुर्शीद आलम अंसारी, मिन्नत गोरखपुरी, कबीर अली, गौसुल आजम आदि ढेरों लोग उपस्थित रहे.