BY– THE FIRE TEAM
HNLU रायपुर की स्थापना 2003 में पूर्व उपराष्ट्रपति व पूर्व मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद हिदायतउल्ला के नाम पर हुई थी |जिसका मुख्य उद्येश्य भारत की न्याय प्रणाली को सुद्रीढ़,सशक्त ,पारदर्शी बनाने के लिए था | पर कुण्ठित , विभत्स मानसिकता का समाज व प्रसाशन ऐसा करने से रोक रहा है |
आपको बता दें कि हिदायतउल्ला राष्ट्रिय विधि विश्वविद्यालय रायपुर (HNLU ) के छात्र छात्राएं विगत एक सप्ताह से आन्दोलन पर है , उनका आरोप है कि छात्राओं को 10:30 बजे के बाद हॉस्टल में कैद कर दिया जाता है |
छात्र छात्राएं कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे है फिर भी विश्वविद्यालय प्रशासन उनकी मांगों को लेकर बेखबर है | छात्राओं का आरोप है कि विश्वविद्यालय परिसर में घूमने का निर्धारित समय 10:30 बजे ही है |अगर कोई छात्रा छात्रावास में एक मिनट भी आने में देर कर दे तो हॉस्टल पहुँचने पर उसके रूम की चेकिंग व परिजनों को तुरंत फोन पर सूचित किया जाता है |
छात्राओं का आरोप है कि छात्र छात्राओं के परिसर में घूमने का समय अलग अलग है |छात्राओं ने कहा कि जब भारत का संविधान हमें अनुच्छेद 14 के तहत बराबरी का हक देता है तो यह समाज व विश्वविद्यालय प्रसाशन क्यूँ भेदभाव करता है |छात्राओं का कहना है कि वे विश्वविद्यालय के बाहर नहीं जाना चाहते लेकिन कम से कम उन्हें विश्वविद्यालय परिसर में घूमने की आजादी हो | छात्रों ने इस आन्दोलन का नाम पिजड़ा तोड़ रखा है |
रजिस्ट्रार ने सभी छात्र – छात्राओं से अपनी मांग लिखित में देने को कहा है |उन्होंने छात्रों से कहा कि विश्वविद्यालय में कुलपति का पद खाली है इसलिए उन्हें अपनी मांगो को लेकर धैर्य बनाये रखना चाहिए | वहीं छात्राओं का कहना है कि हम इस विश्वविद्यालय को डूबते नहीं देख सकते ,अपने सपनो को डूबते नही देख सकते व अपने माँ बाप के सपनो को डूबते नही देख सकते | इसीलिए हम भूख हड़ताल पर डटे रहेंगे जब तब हमारी मांगे पूरी नहीं होती |
ये हैं मांगे
- रात 10:30 के बाद हॉस्टल में कैद ना किया जाये ,विश्वविद्यालय परिसर में घूमने की आजादी हो |
- लाइब्रेरी 24 घंटे खुली हो |
- समय समय पर हॉस्टल में साफ-सफाई का ध्यान रखा जाये |
- मेस में खाना पौष्टिक व साफ सुथरा दिया जाये |
- वर्तमान वार्डेन को तुरंत हटाया जाये |
- पुराना वाईस चांसलर नही चाहिए |
- छात्र छात्राओं में भेद-भाव नहीं किया जाये |
छात्राओं का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रसाशन व शिक्षकों पर कई बार यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं जिस पर विश्वविद्यालय ने कोई कार्यवाही नही की |क्यूंकि यौन उत्पीड़न कमेटी के सदस्य विश्वविद्यालय के शिक्षक व प्रशासन ही हैं |
आपको बता दें कि हिदायतउल्ला राष्ट्रिय विधि विश्वविद्यालय रायपुर छतीसगढ़ राज्य का एक मात्र प्रतिष्ठित विधि विश्वविद्यालय है जिसमें छात्रों का चयन राष्ट्रिय स्तर प्रवेश प्ररीक्षा CLAT के माध्यम से होता है |जिसमे छात्र पांच वर्षीय कानून (एल एल बी आनर्स ) की पढाई करते हैं |भारत के 29 राज्य और 7 केंद्र शासित प्रदेश में केवल 19 ही राष्ट्रिय विधि विश्वविद्यालय हैं , जिसमे छात्र छात्राएं कानून की पढाई पढ़ कर राष्ट्रिय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी ख्याति भी दर्ज की है |