गोरखपुर: जीडीए गोरखपुर में व्याप्त भ्रष्टाचार, अवैध निर्माण व संचालन के विरुद्ध तीसरी आंख मानवाधिकार संगठन द्वारा अध्यक्ष विकास प्राधिकरण/मंडलायुक्त
गोरखपुर के कार्यालय पर लगातार चल रहे क्रमिक धरने के 71वें दिन तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए संगठन के संस्थापक महासचिव शैलेंद्र कुमार मिश्र ने कहा कि-
“कार्यवाही में असफल शासकीय-प्रशासकीय तंत्र की कार्यशैली ‘‘मूदहुं आंख कतहुं कछु नहीं’’ के तर्ज पर चल रही है ऐसे में कहा जाए कि प्रदेश में ‘‘अंधेर नगरी चौपट राजा’’ का राज्य कायम हो चुका है.
यदि यह कहें कि आम जनता समस्या व भ्रष्टाचार के अंबार में डूबने के लिए विवश है तो अतिशयोक्ति नहीं होगा.
इतिहास गवाह है कि दुर्व्यवस्था और जुल्म की पराकाष्ठा के बाद क्रांति व बगावत के बीज अंकुरित होते हैं और एक वृहद् क्रांति का स्वरूप धारण करते हैं,
और उसमें जुल्म करने वाले क्रूर शासक-प्रशासक का नामोनिशान मिट जाता है. बेहतर होगा कि भ्रष्ट लोक सेवक अपनी भ्रष्टाचार के आदतों से
बाज आएं और लोक कल्याणकारी दायित्वों का निर्वहन करते हुए जनहित के मुद्दे पर लोक सेवक की भूमिका अदा करें.
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित संगठन के संरक्षक डा. पी.एन. भट्ट, संस्थापक महासचिव शैलेन्द्र कुमार मिश्र, अधिवक्ता गिरिजेश शुक्ला,
प्रदेश सचिव उ.प्र. व राष्ट्रीय संयुक्त अधिवक्ता मंच के वरिष्ठ अधिवक्ता अनुप मिश्रा, अशोक तिवारी दिवानी बार गोरखपुर, जिला मीडिया प्रभारी शशी कांत, इत्यादि भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे.